Latehar News: उपायुक्त कार्यालय के फाइलों को देख पलामू आयुक्त ने कहा- निरीक्षण की गंभीरता को जल्द समझें
Latehar: उन्हें पदस्थापित कार्यालय कर्मियों द्वारा किए जा रहे कामों और कार्यालय संचालन के कई हिस्सों का पता चला। साथ ही अनुक्रमणिका पंजी, आगत-निर्गत पंजी, रोकड़ा बही, आवंटन पंजी, लॉग बुक, चपरासी बही, कर्म पुस्तिका, भंडार पंजी, कैश बुक आदि विभिन्न पंजियों और दस्तावेजों को गहराई से देखा।
नजारत द्वारा खर्च की गई रकम के खिलाफ प्राप्त नकदी को देखें और सभी नकदी को सुरक्षित रखने के लिए आदेश दें। विभिन्न शीर्षों में व्यय योग्य शेष राशि को चालान के माध्यम से सरकार के समेकित निधि में जमा करने का आदेश दिया। उन्होंने निरीक्षण की महत्वपूर्णता को समझते हुए वरीय पदाधिकारी को कार्यालयों को नियमित रूप से देखने, विभिन्न पंजियों और सभी दस्तावेजों को नियमित रूप से दुरूस्त, अद्यतन और संग्रहित करने का सख्त आदेश दिया।
उनका कहना था कि वरिष्ठ अधिकारियों के निरीक्षण से कार्यालय कर्मियों की कार्यशैली बेहतर होती है। उनके निर्देशों का सख्ती से पालन करना था। निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने पाया कि 2013 में लातेहार जिले की नजारत शाखा पहले पलामू द्वारा निरीक्षण की गई थी।
लातेहार उपायुक्त हिमांशु मोहन, पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन, अपर समाहर्ता आलोक शिकारी कच्छप और अन्य अधिकारियों ने इसके पूर्व आयुक्त का लातेहार सर्किट हाउस में स्वागत किया। जिला प्रशासन ने आयुक्त को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया।
इसके पूर्व आयुक्त को लातेहार के सर्किट हाउस पहुंचने पर लातेहार उपायुक्त हिमांशु मोहन, पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन, अपर समाहर्ता आलोक शिकारी कच्छप आदि पदाधिकारियों ने स्वागत किया। साथ ही जिला प्रशासन की ओर से आयुक्त को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
पंजियों की निरीक्षण के दौरान आयुक्त के सचिव अरविंद कुमार, लातेहार के अपर समाहर्ता आलोक शिकारी कच्छप, उप निर्वाचन पदाधिकारी सह अनुमंडल पदाधिकारी मो. परवेज, नजारत उप समाहर्ता संजीत कुमार, पंचायती राज पदाधिकारी जितेन्द्र कुमार गुप्ता, विधि शाखा प्रभारी सुजित सिंह, आयुक्त कार्यालय के प्रशाखा पदाधिकारी राजीव रंजन तिवारी, अशोक पासवान आदि उपस्थित थे।
Also Read: जमीन विवाद में हुई फायरिंग, 5 लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार…