Dhanbad: भगवान विष्णु (बालाजी) के सहस्त्र नामों के उद्घोषणा से जगजीवन नगर कहलाया। जगजीवन नगर में बालाजी मंदिर के 36वें वार्षिकोत्सव का अवसर था। वेंकेटेश्वर टेंपल कमेटी इसे ब्रह्मोत्सव मानती है। शुक्रवार की सुबह बेला में भगवान की दिव्य सेवा से दो दिवसिय कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
![Dhanbad News: मंदिर के 36वें वार्षिकोत्सव के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन 2 भक्तों ने फिर भगवान के प्रत्येक नाम की घोषणा करते हुए जयकारे लगाए](https://joharupdates.com/wp-content/uploads/2024/03/%E0%A4%AD%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A5%8B%E0%A4%82-%E0%A4%A8%E0%A5%87-%E0%A4%AB%E0%A4%BF%E0%A4%B0-%E0%A4%AD%E0%A4%97%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%A8-%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A5%87%E0%A4%95-%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%AE-%E0%A4%95%E0%A5%80-%E0%A4%98%E0%A5%8B%E0%A4%B7%E0%A4%A3%E0%A4%BE-%E0%A4%95%E0%A4%B0%E0%A4%A4%E0%A5%87-%E0%A4%B9%E0%A5%81%E0%A4%8F-%E0%A4%9C%E0%A4%AF%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A5%87-%E0%A4%B2%E0%A4%97%E0%A4%BE%E0%A4%8F-1024x576.webp)
सैकड़ों भक्तों की उपस्थिति में भगवान का आह्वान किया गया, बालाजी के 1008 नामों का उच्चारण करते हुए। भक्तों ने फिर भगवान के प्रत्येक नाम की घोषणा करते हुए जयकारे लगाए। भगवान विष्णु के सहस्त्र नामों के उद्घोषणा और जयकारे से बालाजी मंदिर ही नहीं, पूरा जगजीवन नगर भी प्रसन्न होता था। मंदिर परिसर में विराजमान स्तंभ की परंपरागत रूप से पूजा की गई।
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![Dhanbad News: मंदिर के 36वें वार्षिकोत्सव के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन 3 पूरा जगजीवन नगर भी प्रसन्न हो उठा](https://joharupdates.com/wp-content/uploads/2024/03/%E0%A4%AA%E0%A5%82%E0%A4%B0%E0%A4%BE-%E0%A4%9C%E0%A4%97%E0%A4%9C%E0%A5%80%E0%A4%B5%E0%A4%A8-%E0%A4%A8%E0%A4%97%E0%A4%B0-%E0%A4%AD%E0%A5%80-%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%B8%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%A8-%E0%A4%B9%E0%A5%8B-%E0%A4%89%E0%A4%A0%E0%A4%BE-1024x576.webp)
प्रात: भगवान बालाजी का दिव्य अभिषेक: पूजन के बाद भगवान का दिव्य अभिषेक हुआ। मंदिर में अभिषेक देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। तिरुपति तिरुमला से एक पुरोहित दल ने मंत्रोचार करते हुए बालाजी को चंदन और हल्दी का लेप लगाया। भगवान विष्णु को कपूर के तिलक से सजाकर दूध, दही, नारियल पानी और मधु पंचामृत से अभिषेक किया।
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