Dhanbad News: पानी की कमी से लोग हुए परेशान, सुबह होते ही सताने लगती है पानी की किल्लत
Dhanbad: पिछले तीन दिनों से धनबाद में लोगों को पानी नहीं मिल रहा है और पानी मिलने की संभावना कब तक रहेगी इसकी कोई जानकारी नहीं है।
जबकि पेयजल विभाग अब तक सिर्फ पाइप जोड़ने में सक्षम है, तीन दिन से दो लाख लोगों को पानी की आवश्यकता है। 9 जलमीनारों से जलापूर्ति नहीं हो सकती, इसलिए लोगों को अन्य विकल्पों पर निर्भर रहना पड़ा है।
पेयजल विभाग ने पिछले तीन दिनों से सिर्फ पाइपलाइन जोड़ने में व्यस्त है, जबकि शहर का एक बड़ा हिस्सा गर्म हो चूका है। पेयजल विभाग के जल सेंटर पर कोई नहीं बताता कि जलापूर्ति कब पुनः शुरू होगी। मंगलवार से दो लाख लोग पानी की कमी से परेशान हैं। आज तीसरे दिन का दिन है। शुक्रवार को भी पानी मिलने की संभावना की कोई जानकारी पेयजल विभाग ने जनता को नहीं दी है।
विभागीय जानकारी पहले से नहीं दी गई
गुरुवार को शहरवासियों को लगातार तीसरे दिन पानी नहीं मिला। एक सप्ताह पहले, साढ़े चार लाख लोगों को दो दिन तक पानी नहीं मिला था। शहरवासियों को सप्ताह में पांच दिन पानी नहीं मिल सका।
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नौ जलमीनारों से पानी नहीं मिल सका। लोग वैकल्पिक व्यवस्था पर निर्भर हैं। ज्यादातर लोगों को जलापूर्ति बाधित होने से पहले कोई विभागीय सूचना नहीं थी, इसलिए वे वैकल्पिक उपायों का भी उपयोग नहीं कर सके।
पाइपलाइन का कनेक्ट
पिछले तीन दिनों से, झारखंड राज्य राजमार्ग अथाॅरिटी (SAJ) ने आठ लेन सड़क हीरक रोड में मुख्य जलापूर्ति पाइपलाइन को शहरी पाइपलाइन से जोड़ा है।
इससे गोल्फ ग्राउंड, पुराना बाजार, मनाईटांड़, मटकुरिया, धोवाटांड़, भूदा, बरमसिया, धनसार और वासेपुर जलमीनार को जल नहीं मिल पाया। प्रथम लाइन इन सभी टंकियों को जल देती है।
शुक्रवार को संकट टल सकता है
गुरुवार शाम तक जलमीनारों में पानी छोड़ने पर शुक्रवार सुबह पानी मिलने की संभावना है। यहां बता दें कि शहरी क्षेत्र में 19 जलमीनारों से जलापूर्ति की जाती है।पेयजल विभाग ने बताया कि गुरुवार को पानी की खोज और जलमीनारों को भरने का कार्य किया जाएगा। इसमें पांच से छह घंटे की आवश्यकता होगी। शुक्रवार से जलापूर्ति बहाल होने की उम्मीद है।
दस जलमीनारों से ही जलापूर्ति होती है
शहरी क्षेत्र में पेयजल विभाग 19 जलमीनारों से जलापूर्ति करता है। यह दो लाइनों से जलापूर्ति करता है। एक लाइन से नौ जलमीनारों में और दूसरी लाइन से दस में पानी छोड़ा जाता है।
फिलहाल, पानी की आपूर्ति करने वाली एक ही लाइन चालू है। यह लाइन गांधीनगर, स्टीलगेट, हीरापुर, मेमको मोड़, पालीटेक्निक, एनएमएमसीएच, भूली, चिरागोरा, हिल कालोनी और पुलिस लाइन जलमीनार को जल देती है।
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सुबह होते ही लोगों को पानी की कमी सताने लगी
पानी की कमी ने सुबह होते ही लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया। ठंड में लोग मुहल्ले में घूमते दिखे। किसी ने पड़ोसी से बोतलबंद पानी मंगवाया, तो किसी ने आवश्यक काम किया।पाइप शिफ्टिंग की प्रक्रिया जारी है। गुरुवार की शाम से जलापूर्ति शुरू होगी।जेसन होरो, कार्यपालक अभियंता, प्रमंडल वन विभाग, पेयजल और स्वच्छता
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