Jharkhand Weather: अप्रैल के महीने में ही तापमान बढ़ने लगा है। इसके साथ लू एवं गर्म हवाएं भी चल रही है। इस मौसम में बच्चों से लेकर वृद्धजन को बेहोशी, मांसपेशियों में जकड़न, मिर्गी का दौरा, चिड़चिड़ापन, सिरदर्द, अधिक पसीना आना, कमजोरी, चक्कर आना, सांस व दिल की धड़कन तेज होना, उल्टी आना आदि परेशानी हो सकती है।
स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग ने आमजनों को लू से बचने के लिए एडवाइजरी जारी की है।* खानपान से लेकर आवाजाही करने में विशेष सतर्कता बरतने को कहा है।
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इस बाबत शुक्रवार को उपायुक्त विजया जाधव ने कहा कि अचानक से तापमान में बढ़ोत्तरी हुई है, जो स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह है। लू और अधिक गर्मी को देखते हुए जिलावासी सावधानी बरतें। जिले के तापमान में भी लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। जरा सी असावधानी और लापरवाही लू की चपेट में आने का कारण हो सकता है, इसके गंभीर परिणाम भी हो सकते हैं।
इसलिए जिलावासी स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी एडवाइजरी के दिशा – निर्देशों का अनुपालन करें।
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उपायुक्त ने किसी भी तरह की स्वास्थ्य परेशानी होने पर तत्काल निकटतम उप स्वास्थ्य केंद्र/प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र/सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र/अनुमंडल अस्पताल/सदर अस्पताल में उपलब्ध चिकित्सकों से संपर्क करने को कहा है।सभी केंद्रों में पर्याप्त मात्र में ओआरएस पाउडर व अन्य जरूरी दवाएं उपलब्ध है।
लू एवं गर्म हवाओं से बचाव हेतु स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी एडवाइजरी निम्न हैः-
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गर्म हवाओं के कारण स्वास्थ्य पर मौसम का दुष्प्रभाव शरीर में पानी की कमी उल्टी,तेज बुखार कमजोरी, सिर दर्द, चक्कर आना, हृदयघात, मस्तिष्कघात कार्डियोवैस्कुलर जटिलता आदि लक्षण।ओ. आर. एस घोल बनाने की विधि एवं उपयोग
साफ बर्तन में एक लीटर पानी (साधारण ग्लास में पाँच ग्लास) में ओ. आर. एस. का एक पूरा पैकेट घोल दें। तैयार किए गए ओ. आर. एस. के घोल को कुछ – कुछ अंतराल पर चम्मच से देते रहें। बनाए गए ओ. आर. एस. घोल को 24 घंटे के बाद उपयोग न करें।
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इनका नियमित सेवन करें
नमक- चीनी का घोल, नींबू-पानी, आम का शर्बत, लस्सी, तरबूज, खरबूजा, खीरा, ककड़ी आदी।
इन बातों का रखें विशेष ध्यान
गर्मी में हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए ज्यादा पानी पीएं।
घर से बाहर निकलें, तो खुद को कवर करके ही निकलें।
लू लगे व्यक्ति को छाँव में लिटा दें, अगर उनके शरीर के कपड़े तंग हो तो उसे ढीला कर दें अथवा हटा दें।
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