Ranchi News: ED ने एक और अधिकारी के घर मारा छापा ‘जाने क्या है पूरा मामला’
Ranchi: विकास सिन्हा की बर्बरता से पिटाई मामले में अपराधी बनाया गया है, अब भी ED के घर मुंशी सुनील सिंह भी पेश होंगे । राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के आदेश देने के बाद पुलिस की आंतरिक जांच में दोनों पर आरोपों की शिनाख्त की गई है।
आयोग ने दोनों अधिकारियों पर क़ानूनी कार्रवाई करने के लिए SSP को बार-बार समन दिया। जब किसी के तरफ से क़ानूनी कार्रवाई नहींकी गई , तो SSP को आयोग ED के सामने उपस्थित होने का अंतिम अवसर दिया गया था। यह जानते हुए SSP ने पहले दारोगा मीरा सिंह को लाइन हाजिर किया, फिर तुपुदाना OP के मुंशी ASI सुनील सिंह को लाइन हाजिर किया। SSP ने दोनों पर की गई कार्रवाई से भी राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से मिलवाया है।
UNHRC और HC में दोनों अपराधी है उनका मामला है रुका हुआ
अधिकारी दारोगा मीरा सिंह और SI सुनील सिंह के खिलाफ झारखंड हाई कोर्ट और मानवाधिकार आयोग में मामले दर्ज हैं। इस मामले में चतरा के युवा विकास सिन्हा को 10 जनवरी 2023 को बिना किसी गुनाह के बर्बरता से मार डाला गया था।
मामला तूल पकड़ने पर, हटिया के पूर्व DSP ने हाई कोर्ट में शपथ पत्र देकर दोनों अधिकारियों को अनुशासनहीन बताया। उसकी इस कार्रवाई ने पुलिस विभाग की छवि को खराब कर दिया है। जांच में दोनों अधिकारी दोषी पाया गए।
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ED के छापेमारी के बाद किया करवाई
पुलिस दारोगा मीरा सिंह को SSP ने छापेमारी के दूसरे ही दिन लाइन हाजिर कर दिया था। खूंटी में दुष्कर्म के आरोपित को बचाने के एवज में दरोगा मीरा सिंह गिरफ्तार हुईं। सजा काट कर जेल से बाहर आने के बाद, वे तुपुदाना ओपी का अधिकारी बनीं और रांची जिला में योगदान देने लगी । तुपुदाना ओपी के अध्यक्ष रहते हुए भी उन पर गंभीर आरोप लगाए गए है।
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