Dhanbad: आज से रमजान का पाक महीना शुरू हुआ । इस पाक महीने में इफ्तार और सहरी के लिए हर दिन पके पपीते की मांग अचानक बढ़ी है। इफ्तार और सहरी में छत्तीसगढ़ और तमिलनाडु का पपीता मिलेगा।
पपीते का कारोबार करनेवाले लोगों का मानना है कि स्थानीय पपीते की आमद कम है। तमिलनाडु की चेन्नई और छत्तीसगढ़ की भिलाई की मार्केट पूरी तरह से बाजार पर निर्भर हैं। वही के पपीते की मांग ज्यादा है।
![Dhanbad News: रमजान को देखते हुए बाजारों में बढ़ी पपीते की मांग 2 धनबाद के लोग पपीते की मांग ज्यादा करते है](https://joharupdates.com/wp-content/uploads/2024/03/%E0%A4%A7%E0%A4%A8%E0%A4%AC%E0%A4%BE%E0%A4%A6-%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%B2%E0%A5%8B%E0%A4%97-%E0%A4%AA%E0%A4%AA%E0%A5%80%E0%A4%A4%E0%A5%87-%E0%A4%95%E0%A5%80-%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%97-%E0%A4%9C%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A4%BE-%E0%A4%95%E0%A4%B0%E0%A4%A4%E0%A5%87-%E0%A4%B9%E0%A5%88--1024x576.webp)
पपीता कारोबारियों ने बताया कि पहले स्थानीय पपीता बाहर से भी मिलता था। इस वर्ष स्थानीय पपीता काफी कम हो रहा है। इसलिए बाजार पूरी तरह से बाहर से पपीते पर निर्भर है। रोजाना तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ से दो बड़े ट्रक पपीता औसन धनबाद पहुंचते हैं।
धनबाद बाजार समिति और वासेपुर में पपीता उतरता है। इसे यहीं से पूरे जिले में भेजा जाता है। धनबाद से जामताड़ा और गिरिडीह के कुछ व्यापारी भी पपीता लेकर आते हैं।
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अभी के दिनों में है दुगनी मांग
![Dhanbad News: रमजान को देखते हुए बाजारों में बढ़ी पपीते की मांग 3 फलो से सजी बाजार](https://joharupdates.com/wp-content/uploads/2024/03/%E0%A4%AB%E0%A4%B2%E0%A5%8B-%E0%A4%B8%E0%A5%87-%E0%A4%B8%E0%A4%9C%E0%A5%80-%E0%A4%AC%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%B0--1024x576.webp)
रमजान के मौसम में पपीते की मांग दोगुनी हो गई है। सामान्य दिनों, धनबाद में हर दिन एक ट्रक पपीता उतारा जाता था। अब के दिन में दो ट्रक आते हैं। व्यापारियों का मानना है कि रमजान शुरू होने पर मांग बढ़ेगी। तीन-चार ट्रक प्रति दिन खपत हो सकती है।
धनबाद के कारोबारियों का कहना है कि स्थानीय पपीता की कीमत सिर्फ पांच से दस प्रतिशत है। Locals गांवों से पपीता लेकर आते हैं और उसे बेचते हैं। पपीते की आपूर्ति स्थानीय स्तर पर पहले खपत का 20 से 30 प्रतिशत होता था। इस वर्ष यह घट गया है।
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