Jharkhand News: लोकसभा चुनाव में BJP को हराने की तैयारियां हो रही है ठप, जाने पूरी जानकारी
Jharkhand: लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी को विपक्षी दाल चुनाव में हराने की पूरी तैयारी कर रहे है। जिसमे सभी पार्टियों ने मिलकर एक गठबंधन सरकार बनाया है जिसका नाम INDIA.है। जो बीजेपी को हराने के लिए तैयार खड़ी है। लेकिन यह पार्टी खुद से ही हारते नजर आ रही है। क्युकी इस पार्टी के नेता आपस में ही लड़ने में व्यस्त हो चुके है। इसके पीछे एक बड़ी वजह बताई जा रही है।
कहा जा रहा है की गठबंधन धर्म’ को निभाने में पूरी तरह से फेल रहा है। राहुल गाँधी ने अपने पार्टी कांग्रेस के पुराने होने का फायदा उठाना चाहा है। यही कारन है की कांग्रेस इतने पीछे छूट चुकी है। कांग्रेस के साथ सम्मान काम और अपमान ज्यादा हो रहा है। दूसरे राज्यों में तो उसकी दाल नहीं गली, लेकिन बिहार में जब नीतीश कुमार ने खुद को इंडी गठबंधन से अलग कर लिया तो कांग्रेस को लगा कि कम से कम यहां तो उसे थोक भाव में सीटें मिल जायेंगी, लेकिन उसका इरादा यहां भी उलटा पड़ गया।
यह पार्टी खुद से ही हारते नजर आ रही है
सीटों का बंटवारा हुए बिना ही कौन-सी पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी, उसको लेकर चर्चाएं गर्म चुकी हैं। जब हम झारखंड की बात करते हैं, तो राज्य में भी इंडी गठबंधन की सीटें अभी बाँट दी गई हैं। इंडी गठबंधन वैसे भी झारखंड में काम नहीं कर रहा है, क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जेल में हैं। सीटों का बंटवारा हुए बिना ही कौन-सी पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी, इस विषय पर बहस होती है, लेकिन वास्तव में इससे कोई संबंध नहीं है।
झामुमो के प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने दिए गए बयान से भी इसका अनुमान लगाया जा सकता है। 7-5-1-1 का फॉर्मूला उनके पास नहीं है, सुप्रियो ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा। गठबंधन में अभी सीटों का बंटवारा ही नहीं हुआ है। सुप्रियो ने स्पष्ट रूप से कहा कि सीट बंटवारे का आधार जीत की गारंटी होगी, न कि दावा। सुप्रियो का यह बयान ऐसे समय में आया जब दिल्ली में कांग्रेस की बैठक चल रही थी, जहां पार्टी के प्रत्याशी किन-किन सीटों पर चुनाव लड़ेंगे की घोषणा कर रहे थे।
सभी पार्टियों ने मिलकर एक गठबंधन सरकार बनाया है
कांग्रेस ने भी इस बैठक में झारखंड के तीन उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं। कांग्रेस ने लोहरदगा से सुखदेव भगत, खूंटी से कालीचरण मुंडा और हजारीबाग से जेपी पटेल के नाम घोषित किए हैं। अब देखना होगा कि झामुमो और उसकी एक अन्य सहयोगी राजद का व्यवहार सीट शेयरिंग के बिना सीटों की घोषणा पर क्या करेंगे। यहां यह भी बताया जाना चाहिए कि राजद भी झारखंड में सीटों का दावा कर रहा है। समय बताएगा कि ये सभी बातें गठबंधन के लिए कितनी फायदेमंद हैं।
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