Ranchi: तुपुदाना जिले में अफ़ीम की फसल पककर तैयार हुई। प्रशासन की लापरवाही से तस्करों का मनोबल बढ़ रहा है। चमरी, कच्चा भूत, सिलाडोन, खूंटी तैमरा रोड, सरजामा, जामरी, जिलिंगा और पोसेया में लगे अफीम की फसल पककर तैयार हो गई है, जो तुपुदाना ओपी क्षेत्र और रांची खूंटी सीमा पर है। अब अफीम की फसल से तरल अफीम निकालना है। सिर्फ सूखे पौधे बचेंगे। फिर पुलिस उसे खानापूर्ति के नाम पर जला देगी। यह भी बताया जाना चाहिए कि पुलिस ने कुछ जगहों पर अफीम की फसलों को खानापूर्ति के नाम पर नष्ट कर दिया था।
ग्रामीणों को पैसे का लालच देकर खेती की गई
![Ranchi News: अफ़ीम की फसल पककर हुई तैयार, प्रशासन की नजअंदाजगी के कारण तस्करों का मनोबल बढ़ा 2 ग्रामीणों को पैसे का लालच देकर खेती की गई](https://joharupdates.com/wp-content/uploads/2024/03/%E0%A4%97%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A5%80%E0%A4%A3%E0%A5%8B%E0%A4%82-%E0%A4%95%E0%A5%8B-%E0%A4%AA%E0%A5%88%E0%A4%B8%E0%A5%87-%E0%A4%95%E0%A4%BE-%E0%A4%B2%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A4%9A-%E0%A4%A6%E0%A5%87%E0%A4%95%E0%A4%B0-%E0%A4%96%E0%A5%87%E0%A4%A4%E0%A5%80-%E0%A4%95%E0%A5%80-%E0%A4%97%E0%A4%88-2-1024x576.webp)
राजधानी रांची के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में तस्करों के बढ़ते दबाव ने अफीम की खेती शुरू कर दी। ग्रामीणों को तस्करों ने बताया कि इस वर्ष चुनाव है और पुलिस अफीम की खेती को नहीं नष्ट करेगी। ऐसा हुआ तो धन ही होगा। ऐसा कहकर तस्करों ने राजधानी में भी अफीम की खेती की है।
तुपुदाना और नामकुम, रांची में अफीम की खेती
![Ranchi News: अफ़ीम की फसल पककर हुई तैयार, प्रशासन की नजअंदाजगी के कारण तस्करों का मनोबल बढ़ा 3 तुपुदाना और नामकुम, रांची में अफीम की खेती](https://joharupdates.com/wp-content/uploads/2024/03/%E0%A4%A4%E0%A5%81%E0%A4%AA%E0%A5%81%E0%A4%A6%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A4%BE-%E0%A4%94%E0%A4%B0-%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A4%95%E0%A5%81%E0%A4%AE-%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%9A%E0%A5%80-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%85%E0%A4%AB%E0%A5%80%E0%A4%AE-%E0%A4%95%E0%A5%80-%E0%A4%96%E0%A5%87%E0%A4%A4%E0%A5%80-1-1024x576.webp)
जिले में पिछले कई वर्षों से अफीम की खेती हुई है। जंगल में अफीम की खेती होने के कारण पुलिस भी वहां नहीं जा सकती। अफीम की खेती भी राजधानी के नामकुम और तुपुदाना के जंगलों में होती है। तुपुदाना क्षेत्र, जो खूंटी से सटा हुआ है, अधिकतर अफीम की खेती करता है।
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