उत्पाद विभाग दलालों के माध्यम से कर रहा अवैध वसूली
Latehar: उत्पाद विभाग दलालों के माध्यम से जिला मुख्यालय में गैरकानूनी वसूली करता है। कई ग्रामीणों ने यह आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि जिला मुख्यालय में उत्पाद विभाग ने कई युवा लोगों को वसूली में कमीशन देने का मुद्दा फिर से उठाया है। कमीशन के लालच में युवा अवैध शराब बेचने वालों की सूची बना रहे हैं। उसी सूची विभाग की कार्रवाई का आधार है। लोगों का कहना है कि इन युवा लोगों के कहने पर उत्पाद विभाग भी परेशान हो रहा है, जो कभी शराब के अवैध धंधे में नहीं रहे हैं।
अवैध शराब का धंधा नहीं करने वालों को भी धमकी दी जाती है
ग्रामीणों का आरोप है कि दलाली में रखे गए युवा लोगों को डरा धमकाकर अवैध वसूली कर विभागीय अधिकारियों को मोटी रकम दे रहे हैं। बताया जाता है कि दलालों को उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने लक्ष्य निर्धारित किया है। ये लोग हर दिन अलग-अलग स्थानों पर घूमते हैं और लोगों की सूची बनाकर विभागीय अधिकारियों को भेजते हैं। जिन लोगों ने पैसे नहीं दिए, उनकी दुकानों में छापेमारी कराई जाती है। जिन लोगों को इस मामले में शामिल नहीं किया गया है, उन्हें धमकाया जाता है कि वे धन दें, अन्यथा उन्हें अवैध शराब के मुकदमे में फंसा दिया जाएगा। बता दें कि क्षेत्र में अवैध शराब बेचने वाले कुछ लोग हैं।
उत्पाद अधीक्षक की प्रतिक्रिया क्या है?
यह फर्जी लोगों का काम है, उत्पाद अधीक्षक प्रदीप कुमार सिन्हा ने बताया। यदि कोई अपने को उत्पाद विभाग का कर्मचारी या सहयोगी बताकर अवैध धन वसूलता है, तो ग्रामीणों को उन्हें पकड़कर विभाग या थाना को सौंप देना चाहिए। Син्हा ने कहा कि दलालों की ऐसी हरकत जारी रहेगी जब तक क्षेत्र में जागरुकता नहीं होगी। उनका कहना था कि वे कर्मचारियों को उत्पाद विभाग के अपने मातहत अधिकारियों से सचेत कर चुके हैं। युवकों को इस तरह चिन्हित करने और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का आदेश दे चुके हैं।