Dhanbad News: ट्यूशन के छुट्टी होने के बाद कार से घूमने निकले छात्रों की हुई दर्दनाक दुर्घटना
Dhanbad: झारखंड मोड़ के पास आठ लेन सड़क पर एक कार ने खड़े ट्रक को टक्कर मार दी। हादसे में चार युवा गंभीर घायल हो गए। टक्कर इतनी तीव्र थी कि कार का अगला भाग ट्रक में घुस गया और कार में ही आगे बैठे दो किशोर फंस गए। चारों किशोरों को गंभीर अवस्था में असर्फी अस्पताल में भर्ती कराया गया है
17 वर्षीय यश कुमार, पिता ओले बाबा (बारामुड़ी), 14 वर्षीय आतिफ रजा, पिता नौशाद (आजाद नगर, भूली), 13 वर्षीय सत्यम सिंह, पिता नित्यांनद सिंह (बाबुडीह) और 14 वर्षीय ब्रजेश कुमार, पिता शंभू सिंह (बाबुडीह)। जबकि ब्रजेश की हालत गंभीर बनी हुई है, सत्यम वेंटिलेटर पर है। आतिफ और यश को भी गंभीर चोट लगी है। कुसुंडा में स्थित सभी DV स्कूलों में सभी विद्यार्थी दसवीं कक्षा में हैं। सभी बच्चे मैट्रिक टेस्ट दे रहे हैं।
ट्यूशन खत्म होने पर कार से घूमने निकले
बेकारबांध में ट्यूशन पढ़ने के बाद कार में पांच दोस्त सवार हुए, जैसा कि परिजनों और स्थानीय लोगों ने बताया। आतिफ ने अपनी बाइक अपने दोस्त के घर पर छोड़ दी और एक कार में बैठकर भूली की ओर चले गए। मित्रों में से एक बिनोद बिहारी चौक के पास उतर गया। शेष चार गाड़ियों पर बैठे रहे। उनकी कार ने झारखंड मोड़ के पास खड़े ट्रक से जोरदार टक्कर मार दी।
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कार चालक स्टेयरिंग में फंस गया
दर्शकों ने बताया कि सत्यम कार चला रहा था। ब्रजेश बगल की सीट पर बैठा था। जोरदार आवाज आई। मदद के लिए आसपास के लोग तुरंत आए। बताया कि कार का इंजन टूट गया था और ट्रक के भाग पीछे की सीट तक पहुंच गए थे।
पीछे बैठे दोनों लड़कों को किसी तरह बाहर निकाला गया। बाकी दो लोगों को बाहर नहीं निकाल सका। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। स्टीयरिंग पर बैठे सत्यम को पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से बाहर निकाला गया। ब्रजेश भी इसी तरह निकाला गया। चारों को जल्दी ही अस्पताल ले जाया गया।
दोनों के पिता पुलिसकर्मी और दोनों व्यवसायी हैं
ब्रजेश के पिता शंभू सिंह और सत्यम के पिता नित्यांनद सिंह दोनों पुलिसकर्मी हैं। नित्यांनद सिंह बरवाअड्डा थाने में कार्यरत हैं। शंभू सिंह डीएफओ के मुखिया हैं। आतिफ रजा और यश के पिता नौशाद रजा दोनों व्यापारी हैं। कर्मदेव उरांव नामक एक व्यक्ति के साथ कार नित्यांनद सिंह है। ट्रक का नाम बताया जा रहा है उमेश यादव।
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घटना के बाद अस्पताल में शोर
घटना के तुरंत बाद सभी पीड़ितों ने असर्फी अस्पताल पहुंच गया। बच्चों की दुर्दशा देखकर वहां शोर मच गया। चारों किशोरों के सिर से सीने तक चोट लगी थी और खून बह रहा था। ब्रजेश के पिता श्री शंभु सिंह ने बताया कि वह गिरिडीह गया था। सूचना मिलते ही वे तुरंत धनबाद पहुंचे। उनका बेटा गाड़ी चलाने में माहिर नहीं है। जब वह घर था, उसे फोन किया और उसके दोस्तों को ले गया।