Jamshedpur News: टाटा की तरफ से बड़ा ऐलान, जमशेदपुर में जल्द ही ताज ग्रुप का होटल शुरू होगा
Jamshedpur: शहर जल्द ही टाटा स्टील से बहुत कुछ पाएगा। इस बारे में टाटा स्टील के सीईओ एवं प्रबंध निदेशक टीवी नरेंद्रन ने मंगलवार को बिष्टूपुर स्थित चैंबर भवन में सिंहभूम चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के तत्वावधान में आयोजित एक संवाद कार्यक्रम में उद्यमियों और व्यापारियों को बताया। ताज ग्रुप का होटल जमशेदपुर में जल्द ही शुरू होगा, उन्होंने कहा की कई नागरिक सुविधाएं भी जल्द ही शुरू होंगी।
व्यापारियों के एक प्रश्न पर कंपनी के वीपी सीएस चाणक्य चौधरी ने कहा कि सेंटेनरी मॉल का निर्माण शुरू हो गया है। यह कुछ विभागों से अनुमति नहीं मिलने के कारण शुरू नहीं हो पाया था। यह सुविधा जल्द ही उपलब्ध होगी। जुगसलाई पावर हाउस गेट के पास फुट ओवरब्रिज बनाने की व्यपारियों की मांग पर जल्द ही कंपनी पदाधिकारियों की टीम स्थल की जांच करेगी और आगे की कार्रवाई करेगी। MD या VP, CS ने शहर के व्यवसायियों की बहुप्रतीक्षित कॉमर्शियल हवाई अड्डा की मांग पर कुछ भी नहीं कहा। सभा में चैंबर अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने कंपनी के सहयोग से चैंबर के लिए ट्रेंगुलर पार्क में बनाई गई पार्किंग की जल्द शुरुआत की घोषणा की।
टाटा स्टील का लार्ज एमएसएमई क्षेत्र
MD TV Narendran ने कहा कि 1800 एकड़ क्षेत्रफल में स्थित टाटा स्टील जमशेदपुर प्लांट दुनिया का एकमात्र स्टील प्लांट है। वहीं 15 हजार एकड़ में शहर है, ऐसे में प्लांट के विस्तार की संभावना अब कम है। वहीं, कलिंगानगर प्लांट 6000 एकड़ में फैला है, जहां पर्याप्त जगह होने से आने वाले वर्षों में 25 एमटी उत्पादन होगा। जमशेदपुर का डाउन स्ट्रीम तेजी से बढ़ रहा है। MD ने कहा कि कच्चे माल से लेकर उत्पादन के लिए सभी संसाधन झारखंड में हैं। यहाँ कोल, आयरन, माइंस और टाटा स्टील प्लांट हैं।
इसलिए, टाटा के अलावा अन्य निवेशक भी इस क्षेत्र में अधिक रुचि रखते हैं। वैसे, आज देश के सभी राज्यों में सरकारें निवेशकों को कई प्रकार की सुविधाएं दे रही हैं, जो उद्योग के लिए फायदेमंद हैं। MD ने कहा कि बड़े एमएसएमई क्षेत्र उद्योग के मूल बोन हैं। इटली, जर्मनी और अन्य देशों के बड़े एमएसएमई क्षेत्र अपनी दक्षता के लिए प्रसिद्ध हैं। जमशेदपुर और आसपास के बड़े एमएसएमई क्षेत्र में कई उत्पाद बहुत लोकप्रिय हैं। यदि हम मेक इन इंडिया के तहत अच्छे उत्पाद प्रदान करते हैं तो कंपनी और लार्ज एमएसएमई सेक्टर दोनों को लाभ मिलेगा।
टाटा स्टील के लिए ये क्षेत्र महत्वपूर्ण हैं। गुणवत्तापूर्ण उत्पादों से टाटा स्टील वैश्विक बाजार भी खोज सकती है। एमडी ने कहा कि मौजूदा हालात में सरकार का ध्यान आधारभूत संरचना पर है, जो स्टील उद्योग के लिए सही है और डिमांड तीन साल से लगभग 7 प्रतिशत है। साथ ही, MD ने चुनौतियों पर कहा कि अभी मुख्य चुनौती क्लाइमेंट चेंज और एनवायरमेंट, कार्बन टैकशेसन और डिजिटल और टेक्नोलाजी है। इसलिए बेहतर सुनहरे कल बनाने के लिए नवीनतम तकनीक पर ध्यान दें। चीफ प्रोक्योरमेंट रंजन कुमार सिन्हा और पीईओ देवाशीष चैधरी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
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