Jamtara: जिले का लघु सिंचाई विभाग लाखों रुपये खर्च कर पोखरा मरम्मत कर रहा है। लेकिन इस निर्माण प्रक्रिया में अनियमितता है। नाला प्रखंड के बड़े रामपुर गांव में लाखों रुपये का पोखरा निर्माण कार्य में अनियमितता की शिकायतें सामने आई हैं। निर्माण स्थल पर प्राक्कलन के अनुरूप कार्य नहीं हो रहे हैं और न तो नियमानुसार विभाग का बोर्ड लगाया गया है। तालाब को बनाने के लिए तालाब के किनारे मिट्टी काटकर एक मेढ़ बनाया जाता है।
दर्जनों पेड़ तालाब के किनारे काट दिए गए
![Jamtara News: तालाब बनाने के नाम पर आजु-बाजू लगे सारे पेड़ काट दिए गए, DC ने दिये जांच के आदेश 2 दर्जनों पेड़ तालाब के किनारे काट दिए गए](https://joharupdates.com/wp-content/uploads/2024/02/%E0%A4%A6%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%9C%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%82-%E0%A4%AA%E0%A5%87%E0%A4%A1%E0%A4%BC-%E0%A4%A4%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A4%BE%E0%A4%AC-%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%95%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A5%87-%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%9F-%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%8F-%E0%A4%97%E0%A4%8F-1024x576.webp)
तालाब की मरम्मत के लिए कई पेड़ों को बिना अनुमति के काट दिया गया। ठेकेदार की लापरवाही और विभाग के अधिकारी की लापरवाही से वर्षों से लगे पेड़ों को काट दिया गया है, सिर्फ कुछ मुनाफे के लिए। संबंधित विभाग से न तो अनुमति ली गई और न ही कोई जानकारी दी गई। जब इस बारे में ब्लॉक के सीईओ और डीएफओ से संपर्क किया गया, वे ने बताया कि पेड़ काटने की कोई अनुमति नहीं दी गई थी, कोई अनुमति मांगी गई थी और कोई जानकारी उपलब्ध नहीं थी।
डीसी ने जांच का आदेश दिया
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तालाब जीर्णोद्धार के नाम पर लाखों रुपये खर्च करने वाले निर्माण कार्य में अनियमितता की शिकायतों पर जिले के उपायुक्त शशि भूषण मेहरा ने जांच कमेटी बनाई है। जिले के उपायुक्त ने जांच कमेटी को बनाया है। उपायुक्त ने बताया कि पोखरा निर्माण में अनियमितता की शिकायत मिलने पर जांच कमेटी बनाई गई है। मामले की जांच करने का आदेश दिया गया है। पेड़ काटने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
स्कूल के बाहर बनाया जा रहा पोखरा
मुख्य बात यह है कि जिस स्थान या पोखरा पर जीर्णोद्धार कार्य चल रहा है, वह एक नियोजित सरकारी स्कूल है, जहां विद्यार्थी कक्षा एक से आठ तक पढ़ते हैं। गांव के छोटे बच्चे इस स्कूल में पढ़ते हैं। स्कूल में भी कोई चहारदीवारी नहीं है। बावजूद इसके बगल में एक पोखरा बनाया जा रहा है। जिससे बच्चों के साथ कोई अप्रिय घटना होने की आशंका बढ़ी है। स्कूल के हेडमास्टर ने कहा कि स्कूल में चहारदीवारी नहीं होने के कारण बच्चे बगल में बन रहे पोखरा में कभी भी जा सकते हैं, जिससे दुर्घटना हो सकती है। विद्यालय के शिक्षक चहारदीवारी का निर्माण करने की मांग कर रहे हैं।
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