Saraikela News: सरहुल के इस महापर्व को धूम धाम से मनाने के लिए जोरो सोरो से की जा रही है तैयारी
Saraikela:- चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में बाहा यानी सरहुल महोत्सव 11 अप्रैल को मनाया जायेगा। सरहुल महोत्सव का उद्देश्य प्रकृति को बचाने और बढ़ाने का संदेश देना है, इसलिए सभी तैयारियां जोरों पर चल रही हैं।
शहरों में भी सरहुल पर्व मनाया जा रहा है। प्रत्येक गाँव इसके लिए एक अलग दिन निर्धारित करता है। यह त्योहार सामान्य रूप से 11 अप्रैल को मनाया जाएगा।
दिशोम बाहा सरहुल समिति, चांडिल गोलचक्कर जाहेरथान में झारखंड दिशोम बाहा महोत्सव मनाया जायेगा। तय कार्यक्रम के अनुसार 11 अप्रैल को सुबह 9 बजे बोंगा बुरू की पूजा की जायेगी। 11 बजे पुजारी बहा हेटिंग (फूल) देंगे। दोपहर 1 बजे से बोंगा सोडे हेटिंग यानी प्रसाद का वितरण किया जायेगा। बाहा महोत्सव में दोपहर दो बजे बाहा नृत्य शुरू होगा. यह जानकारी समिति के प्रेस प्रवक्ता सुदामा हेम्ब्रम ने दी।
मुंडा, पहाड़िया और उराँव सरहुल नृत्य करेंगे
चांडिल अनुमंडल आदिवासी समन्वय समिति 11 अप्रैल को खुदियाडीह में सरहुल महोत्सव मनाएगी। सरहुल महोत्सव के दौरान 12 अप्रैल को सरहुल सेंदरा यात्रा निकाली जायेगी। आदिवासी समन्वय समिति के अध्यक्ष प्रकाश मार्डी ने कहा कि सरहुल महोत्सव का आयोजन अंतिम चरण में है।
उन्होंने कहा कि सरहुल महोत्सव के सांस्कृतिक कार्यक्रम में संथाल, मुंडा, पहाड़िया और ओरांव समुदाय के सरहुल नृत्य को शामिल किया जायेगा। उन्होंने कहा कि महोत्सव के दूसरे दिन 12 अप्रैल को सरहुल सेंदरा यात्रा निकाली जायेगी।
यात्रा के दौरान सरहालू का संदेश हर व्यक्ति तक पहुंचाया जाएगा। संदेश यात्रा खुदियाडीह फुटबॉल मैदान से शुरू होकर चौका मोड़, मुखिया होटल और चांडिल गोलचक्कर तक जायेगी। चौराहे पर वीर शहीद सिदो-कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद स्टेशन चौक, चांडिल बाजार और स्टेशन चौक से वापस चांडिल चौक बाजार, डैम रोड, गांगुडीह में समाप्त होगी।
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