Ranchi News: जाति एवं धर्म पर इंस्टा और टेलीग्राम पर हो रहा था भड़काऊ पोस्ट, NIA की जाँच में चला पता
Ranchi: NIA की चार्जशीट में कहा गया है कि ISIS की विचारधारा को सोशल मीडिया साइट्स पर प्रचार करते थे। फैज ने युवाओं को एकजुट कर आतंकवादी वारदातों को अंजाम देने में सक्रिय भूमिका निभाई।
ISIS ने झारखंड में संगठन का विस्तार किया और इंस्टाग्राम और टेलीग्राम का सहारा लिया। संगठन की विचारधारा को दोनों सोशल मीडिया वेबसाइटों पर साझा किया जाता है
झारखंड मॉडयूल केस में सोमवार को NIA ने दायर चार्जशीट में इस बात का उल्लेख किया है। NIA ने लोहरदगा से गिरफ्तार फैजान अंसारी उर्फ फैज और रतलाम से गिरफ्तार उमर उर्फ राहुल सेन पर चार्जशीट लगाई है। 20 जुलाई 2023 को फैज़ को गिरफ्तार कर लिया गया था। सितंबर 2023 में उसका सहयोगी उमर बहादुर या राहुल सेन गिरफ्तार किया गया था।
दोनों ISIS संदिग्धों को चार्जशीट में अवैध गतिविधियों (रोकथाम) अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के तहत आरोप लगाया गया है। आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 173(8) के प्रावधानों के अनुसार, मामले की आगे की जांच जारी है। NIA ने ISIS मॉड्यूल के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 19 वर्षीय आरोपी फैज़ान अंसारी उर्फ
अंतरराष्ट्रीय नेता के बारे में जानकारी
NIA की चार्जशीट में कहा गया है कि जांच में अंतरराष्ट्रीय संपर्कों और बाहर से सक्रिय ISIS हैंडलर्स की संलिप्तता का पता चला है। यह भी स्पष्ट हो गया है कि ISIS के हिंसक और चरमपंथी विचारधारा को फैलाने के लिए भारत में प्रतिबद्ध व्यक्तियों का एक विस्तृत नेटवर्क भी बनाया गया था। कोर्ट को इस पूरे नेटवर्क में शामिल लोगों की सूचना भी दी गई है। 19 जुलाई 2023 को, NIA ने फैजान अंसारी और अन्य के खिलाफ झारखंड ISIS मॉड्यूल केस (NIA RC-02/2023) दर्ज किया था।
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झारखंड मॉड्यूल केस में क्या है
NIA की चार्जशीट में कहा गया है कि ISIS की विचारधारा को सोशल मीडिया साइट्स पर प्रचार करते थे। फैज ने युवाओं को एकजुट कर आतंकवादी वारदातों को अंजाम देने में सक्रिय भूमिका निभाई। इंस्टाग्राम और टेलीग्राम पर ISIS विचारधारा को फैलाने के लिए प्रतिबद्ध व्यक्तियों का नेटवर्क बनाया गया था।
जांच से पता चला कि खिलाफत की फैज ने ली थी प्रतिज्ञा
NIA की जांच में पता चला कि फैज आईएसआईएस के सिद्धांतों को देश भर में फैलाने में लगा था। उसने भी खिलाफत की शपथ ली थी। फैज भी ISIS में युवाओं को जोड़कर आतंकवादी वारदातों की साजिश में शामिल था। उसने इसके लिए आईएसआईएस के कई सफल साइबर ग्रुप बनाए थे। उसने वॉयस ऑफ हिंद और वॉयस ऑफ खोरसान नामक ISIS की पुस्तिका भी इन साइबर समूहों में बाँट दी थी।