Hazaribagh:- रैयतों को प्रखंड के नवादा में एक सरकारी तालाब का मेढ़ काटने से निचले हिस्से में स्थित खेत में मिट्टी भर जाने से बहुत गुस्सा आया है।
रैयतों को प्रखंड के नवादा में एक सरकारी तालाब का मेढ़ काटने से निचले हिस्से में स्थित खेत में मिट्टी भर जाने से बहुत गुस्से में आ गए। रैयतों ने डीसी, एसडीओ, सीओ सहित कई पदाधिकारियों से न्याय की मांग की है। याचिकाकर्ता रैयत गुलाम जामी ने कहा कि नावाबांध तालाब नवादा मौजा में सर्वे काल से सरकारी है।
![Hazaribagh News: उपजाऊ जमीन बनी बंजर, रैयतों के खेत हुए बर्बाद 2 प्रशासन से न्याय की मांग](https://joharupdates.com/wp-content/uploads/2024/03/%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%B6%E0%A4%BE%E0%A4%B8%E0%A4%A8-%E0%A4%B8%E0%A5%87-%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%AF-%E0%A4%95%E0%A5%80-%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%97-1024x576.webp)
तालाब के निचले भाग में खाता संख्या 48, प्लॉट संख्या 1931 में वर्षों से खेती की गई है। बीते दिनों गांव के कुछ लोगों ने बिना सूचना दिए सरकारी तालाब की मेढ़ को जेसीबी से काट दिया। जिससे तालाब के पानी के साथ खेत में भारी मात्रा में मिट्टी और गाद जमा होने से उपजाऊ खेत को बहुत नुकसान हुआ है। जब उनसे इस बारे में पूछताछ की गई, वे अभद्र व्यवहार करते हुए जान से मारने की धमकी दी।
कहा जाता है कि कुसुंभा मौजा को एक एकड़ 76 डिग्री जमीन देने के लिए तीन महीने पहले भी दबाव डाला गया था। मना करने पर मेरे खेत में लगभग पच्चीस हाइवा मिट्टी डाल दी गई है। जिससे खेती में मुश्किल हो रही है। आरोप लगाया गया है कि ये लोग फर्जी कागजात बनाकर रैयतों को परेशान करने और उनकी जमीन हड़पने की कोशिश कर रहे हैं। रैयतों ने प्रशासन से जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है।
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