Hazaribagh:- मोबाइल फोन के युग में बच्चे अंग्रेजी शब्दों को याद रखना नहीं चाहते हैं।बच्चे गूगल खोजने लगते हैं। लेकिन बच्चों की यह नादानी उनका मानसिक विकास रोकती है।
हजारीबाग के डॉ. संजय कुमार कुशवाहा ने बच्चों और उनके अभिभावकों की इस समस्या का निदान करने का प्रयास शुरू किया है। उन्होंने एक विशिष्ट डिक्शनरी बनाई है जो बच्चों को रटने की समस्या को हल कर सकता है।
![Hazaribagh News: डॉ. संजय कुमार कुशवाहा ने बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए क्रिएटिव स्मृति डिक्शनरी बनाई 2 डॉ. संजय कुमार कुशवाहा ने बच्चों और उनके अभिभावकों की इस समस्या का निदान करने का प्रयास शुर](https://joharupdates.com/wp-content/uploads/2024/02/%E0%A4%A1%E0%A5%89.-%E0%A4%B8%E0%A4%82%E0%A4%9C%E0%A4%AF-%E0%A4%95%E0%A5%81%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%B0-%E0%A4%95%E0%A5%81%E0%A4%B6%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%B9%E0%A4%BE-%E0%A4%A8%E0%A5%87-%E0%A4%AC%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%9A%E0%A5%8B%E0%A4%82-%E0%A4%94%E0%A4%B0-%E0%A4%89%E0%A4%A8%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%85%E0%A4%AD%E0%A4%BF%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A4%95%E0%A5%8B%E0%A4%82-%E0%A4%95%E0%A5%80-%E0%A4%87%E0%A4%B8-%E0%A4%B8%E0%A4%AE%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE-%E0%A4%95%E0%A4%BE-%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%A6%E0%A4%BE%E0%A4%A8-%E0%A4%95%E0%A4%B0%E0%A4%A8%E0%A5%87-%E0%A4%95%E0%A4%BE-%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%B8-%E0%A4%B6%E0%A5%81%E0%A4%B0-1024x576.webp)
इस डिक्शनरी में बच्चों को एक छोटी सी कहानी बनानी होती है, जिससे वे अंग्रेजी शब्दों को तुरंत भूल नहीं पाते। इसका नाम डॉ. संजय कुमार कुशवाहा ने क्रिएटिव मेमोरी डिक्शनरी रखा है। दिल्ली के स्कूलों और महाविद्यालयों में इस डिक्शनरी की लोकप्रियता के बाद झारखंड के स्कूलों और महाविद्यालयों में इसे उतारने का विचार बना रहे हैं।
डॉक्टर संजय कुमार कुशवाहा द्वारा लिखित इस प्रसिद्ध डिक्सनरी की 200 प्रतियां उसी महीने सिमडेगा में जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा आयोजित पुस्तक मेले में बिक गईं और वहाँ उपस्थित लोगों ने इसे बहुत सराहा।
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