Dhanbad

Dhanbad News: एक सगे बेटे ने अपनी माँ और भाई की हत्या करने की करि कोशिस, जाने आगे की जानकारी

Dhanbad: बुधवार को पुटकी कच्छी बलिहारी बीसीसीएल अस्पताल के पास रहनेवाले 25 वर्षीय मुन्ना कुमार की हत्या में मुन्ना के सगे भाई दीपक कुमार, उसके दो साला विनय कुमार और विवेक कुमार के अलावा दीपक के दोस्त शुभम को दोषी ठहराया गया है। चारों को जिला और सत्र न्यायाधीश की छह स्वयंभू अदालत ने हत्या और साक्ष्य छिपाने में दोषी ठहराया। कोर्ट ने चारों की सजा पर सुनवाई के लिए मार्च की तिथि निर्धारित की है।

दीपक पुटकी कच्छी बलिहारी और उसके दोनों साले बिहार के जमुई और दोस्त शुभम कुमार नवादा में रहने वाले हैं। तीनों आरोपी इस मामले में तीन मार्च 2022 से ही जेल में हैं। शुभम भी बुधवार को दोषी ठहराए जाने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। 

26 फरवरी 2022 को, मरने वाले मुन्ना कुमार की मां सरिता देवी ने पुटकी थाना में प्राथमिकी दर्ज करवाई। सरिता ने प्राथमिकी में अभय सिंह उर्फ दानी, संजय तांती उर्फ नुनू, तुलसी भुईंया, तारा देवी और संतोष सिंह को भी आरोपी बनाया था। मुन्ना का अधमरा शव कच्छी बलिहारी सीटीसी ग्राउंड में मिला। 

अदालत ने हत्या और साक्ष्य छिपाने में दोषी ठहराया
अदालत ने हत्या और साक्ष्य छिपाने में दोषी ठहराया

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मुन्ना कोयला भरने में व्यस्त था। एफआईआर के उलट, पूर्व एएसपी लॉ एंड ऑर्डर व वर्तमान रेल एसपी मनोज स्वर्गीयारी की अगुवाई में हुई पुलिस तफ्तीश में दीपक ने बीसीसीएल कर्मचारी मां की संपत्ति के लालच में अपने भाई की हत्या कर दी।

पहले मां को मारने की योजना बनाई

अनुसंधान से पता चला कि दीपक, सरिता के तीनों बेटों में सबसे अधिक प्यार करता था। उसके पास इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के लिए भी पैसे थे। दीपक भी माँ का एटीएम कार्ड रखता था। दीपक के लिए मां ने कार भी खरीदी थी। दीपक की शादी 2021 के अप्रैल में हुई थी। पत्नी आने पर वह मां से अलग हो गया।

 वह मां को मार डालना चाहता था। जब भाई ने उसकी मंशा बताई, तो वह क्रोधित होकर अपने भाईभाई की हत्या कर दी। दीपक की मंशा सामने आने पर, उसकी मां ने मुन्ना को सारा सुख-सुविधा का सामान छीन लिया। मुन्ना और उसकी पत्नी माँ के साथ रहते थे।

_सुनवाई के लिए मार्च की तिथि निर्धारित की है।
_सुनवाई के लिए मार्च की तिथि निर्धारित की है।

दीपक ने 60 हजार रुपये की सुपारी देकर सालों को बुलाया था

मुन्ना की हत्या करने के लिए दीपक ने विवेक और विनय से सालों बिताए। विनय ने साजिश को अंजाम देने के लिए भी अपने साथी शुभम को बुलाया। दीपक ने कहा कि वह सालों तक साजिश को अंजाम देने के एवज में 60 हजार रुपए देगा। चारों ने पुटकी से ही हत्या करने के लिए धारदार खुरकी खरीदी थी।

 पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर भागाबांध से हत्या में प्रयुक्त खुरकी, मुसल और भेलाटांड़ से मृतक का मोबाइल बरामद किया। पुलिस तफ्तीश के अनुसार, विनय ने मुन्ना को घटनास्थल पर बुलाया, विवेक और दीपक ने पैर पकड़ा, और शुभम ने खुरकी से गला रेत दिया।

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Sahil Kumar

हेल्लो, मेरा नाम शाहिल कुमार है और मैं झारखंड के धनबाद जिले का रहने वाला हूँ। मैंने हिंदी ओनर्स में ग्राटुअशन किया हुवा है और Joharupdates में पिछले 3 महीनो से लेखक के रूप में काम कर रहा हूँ। मैं धनबाद सहित आस-पास के जिलों में होने वाली घटनाओ पर न्यूज़ लिखता हूँ और उन्हें लोगो के साथ साझा करता हूँ। आप मुझसे मेरे ईमेल 'shahilkumar69204@gmail.com' पर कांटेक्ट कर सकते है।

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