Bokaro News: साइबर अपराध के मामले में बोकारो का भी नाम हुआ शामिल, 16 साइबर अपराधी हुए ग्रिफ्तार

Sahil Kumar
3 Min Read
_साइबर अपराध के मामले में बोकारो का भी नाम हुआ शामिल 16 साइबर अपराधी हुए ग्रिफ्तार

Bokaro: झारखंड में साइबर अपराध की संख्या बढ़ती जा रही है। इस कड़ी में जामताड़ा, देवघर और गिरिडीह के बाद बोकारो का नाम भी जुड़ गया है। बोकारो के सेक्टर-12 से 16 लोगों को साइबर अपराध के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए सभी आरोपी बिहार के निवासी है ।

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 उनके पास से सिम, कूपन कार्ड, कस्टमर डिटेल्स आदि मिले हैं, जो ठगी के लिए इस्तेमाल किए जा रहे थे। वास्तव में, सेक्टर-12 थाना प्रभारी को पिछले कई दिनों से लगातार सूचना मिल रही थी कि बारी कॉपरेटिव के आसपास किराये के घरों में कुछ बाहरी व्यक्ति साइबर ठगी कर रहे हैं। 

कॉपरेटिव के आसपास किराये के घरों में कुछ बाहरी व्यक्ति साइबर ठगी कर रहे थे
कॉपरेटिव के आसपास किराये के घरों में कुछ बाहरी व्यक्ति साइबर ठगी कर रहे थ

जब थाना प्रभारी ने इस जानकारी की पुष्टि करने के लिए अपने स्तर पर कार्रवाई की, तो उन्होंने बारी कॉपरेटिव के प्लॉट नंबर-119 और मनमोहन कॉपरेटिव के प्लॉट नंबर-647 पर कुछ ऐसे संदिग्ध लड़कों को देखा। वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई और छापेमारी टीम बनाई गई।

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थाना प्रभारी की एक टीम ने दोनों प्लॉट के घरों में छापेमारी की. बारी कॉपरेटिव प्लॉट नंबर 119 से पांच और मनमोहन कॉपरेटिव प्लॉट नंबर 647 से ग्यारह लोग गिरफ्तार किए गए। इन लोगों से कई साइबर अपराध से संबंधित दस्तावेज, मोबाइल फोन, पम्पलेट, नकली नोट, ऑफर लेटर और अन्य सामान बरामद किए गए हैं।

 पूछताछ से पता चला कि ये लोग प्रधानमंत्री मुद्रा लोन दिलाने के नाम पर फेसबुक और इंस्टाग्राम पर अपना ऐड और पोस्ट करते हैं. इस प्रलोभन में आने वाले लोगों से मोटी रकम ठगी की जाती है, क्योंकि वे प्रक्रिया की लागत के नाम पर पैसे ठगी करते हैं।साथ ही, वे ऑनलाइन खरीदारी करने वालों का डाटा जुटाकर उन्हें लॉटरी जीतने का झांसा देते हैं, जो कुरियर के माध्यम से विजेता लेटर और कूपन भेजते हैं, जिसमें हेल्पलाइन नंबर अंकित है। कूपन स्क्रैच करने पर बार कोड दिखाई देता है। 

cyber crime
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तब कस्टमर हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें, जो ठगी के पास लगता है। इसके बाद GST और प्रोसेसिंग फीस के नाम पर उनसे बड़ी रकम ठगी की जाती है। 

आरोपियों ने पूछताछ में अपने सरगना का नाम सुमित बताया। उनका दावा था कि “वे पटना के रहने वाले हैं। वो साइबर ठगी का सारा काम उन्हीं के निर्देशों पर करते हैं।”

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हेल्लो, मेरा नाम शाहिल कुमार है और मैं झारखंड के धनबाद जिले का रहने वाला हूँ। मैंने हिंदी ओनर्स में ग्राटुअशन किया हुवा है और Joharupdates में पिछले 3 महीनो से लेखक के रूप में काम कर रहा हूँ। मैं धनबाद सहित आस-पास के जिलों में होने वाली घटनाओ पर न्यूज़ लिखता हूँ और उन्हें लोगो के साथ साझा करता हूँ। आप मुझसे मेरे ईमेल 'shahilkumar69204@gmail.com' पर कांटेक्ट कर सकते है।
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