Dhanbad News: चंद्रपुरा रेल लाइन पर आग व भू-धंसान की है असंका, रेलवे कर रहा है सुरक्षित ट्रेनों का परिचालन
Dhanbad: कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डीजीएमएस के महानिदेशक प्रभात कुमार ने कहा कि धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन पर आग व भू-धंसान का खतरा है। कोयला खनन निरसा में कोलकाता-नयी दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग को भी खतरा पैदा करता है। इसका अध्ययन हुआ है। रिस्क असेसमेंट सर्वे रिपोर्ट पर आधारित है। रेलवे भी सुरक्षित ट्रेनों का परिचालन कर रहा है।
कर्मचारियों के लिए कई आधारभूत संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है, जिनमें कार्यालय और आवास शामिल हैं। कर्मचारियों के कैडर योजना को जल्द ही मंजूरी मिलेगी। कर्मचारी की कमी भी जल्द दूर होगी।
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श्री कुमार ने कहा कि डीजीएमएस देश में अलग पहचान है। 122 वर्षों की मजबूत नींव इसे मजबूत बनाए रखती है। श्रमिकों की सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है। उनका कहना था कि डीजीएमएस के कार्यालयों को सीतारामपुर, धनबाद, गाजियाबाद, बिलासपुर, भुवनेश्वर और उदयपुर में बढ़ाया जा रहा है। कर्मचारियों के लिए कई आधारभूत संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है,
जिनमें कार्यालय और आवास शामिल हैं। कर्मचारियों के कैडर योजना को जल्द ही मंजूरी मिलेगी। कर्मचारी की कमी भी जल्द दूर होगी। कार्यक्रम में उप महानिदेशक खान उज्ज्वल ताह, ज्योति प्रसाद आर्या, अजय कुमार सिंह, बीसीसीएल के तकनीकी निदेशक संजय कुमार सिंह, जीएम एमएस पांडेय, राजेश प्रसाद और रिजवान भी उपस्थित थे। सैफुल्लाह अंसारी और श्याम मिश्रा, संचालन निदेशक (सीएमसी) खान सुरक्षा निदेशक परमानंद कुमार सिंह ने धन्यवाद दिया।
रेल लाइनों को बंद करने के दौरान ही DC रेल लाइन बनाने का फैसला हुआ। धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन का उद्घाटन होने के बाद, हालांकि, योजना ठंडे बस्ते में चली गई थी। अब रेलवे अधिकारी फिर से योजना बना रहे हैं। डीसी लाइन पर बढ़ते खतरे को इसका कारण बताया जा रहा है।
मालूम हो कि डीजीएमएस की रिपोर्ट पर पीएमओ ने 15 जून 2017 को धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन पर ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया था। भूमिगत आग के कारण सरकार ने यह निर्णय लिया था।
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जिससे एक ही झटके में 26 जोड़ी ट्रेनों का परिचालन बंद हो गया था। 20 माह के आंदोलन के बाद 24 फरवरी 2019 को धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन पर फिर से ट्रेनों का परिचालन चालू किया गया, जिस पर एक बार फिर से ग्रहण लगता दिखाई दे रहा है।