Giridih:- रामनवमी को लेकर शहरों के साथ-साथ गांवों में भी उत्साह है। मंगलवार को जमुआ प्रखंड के धरमपुर पंचायत के धरमपुर गांव में भी राम भक्तों का उत्साह देखा गया।
शाम करीब छह बजे से ही बजरंग बली मंदिर परिसर में भक्तों की भीड़ लगनी शुरू हो गयी। पूजा करीब आठ बजे शुरू हुई और करीब साढ़े दस बजे खत्म हुई। धरमपुर गांव में सदियों से रामभक्त हनुमान की पूजा होती आ रही है।
रामनवमी के दिन व्रत रखने वाले सभी भक्त, पुरुष या महिला, हनुमान मंदिर के प्रांगण में एकत्रित होते हैं और सामूहिक रूप से विधि-विधान से पूजा करते हैं। इस वर्ष भी लगभग सौ श्रद्धालु जुटे और पंडित पवन पाठक एवं झारखंड पाठक द्वारा पूजा करायी गयी। तब तक मंदिर के आसपास जय श्री राम और जय श्री राम के नारे गूंजते रहे. पूरे क्षेत्र में काफी उत्साह और भक्ति का माहौल था, वहीं इस बार मुख्य पुजारी के रूप में सचिन कुमार नजर आये।
आज होंगे महावीर झंडा के दर्शन
रात्रि पूजा के बाद करीब 13 फीट का विशाल महावीरी झंडा फहराया गया। आज यह यात्रा शाम करीब 4 बजे शुरू होगी और धरमपुर गांव के कई गांवों से गुजरते हुए वापस मंदिर परिसर में पहुंचेगी।
रामनवमी पर क्यों की जाती है हनुमान जी की पूजा?
राम नवमी के दिन हनुमान जी की पूजा की जाती है क्योंकि वह भगवान श्री राम के सबसे बड़े भक्त हैं और हनुमान जी की पूजा करने से श्री राम भी प्रसन्न होते हैं। रामनवमी के दिन लोग अपने घरों में हनुमान ध्वज फहराते हैं, जिसे हनुमान पताका भी कहा जाता है। इसे विजय पताका भी कहा जाता है।