Ranchi:- जमीन के सरकारी रिकार्डों की अलमारी खोलने वाले आंचल आफताब की शानो-शौकत से पूरा शहर वाकिफ है। लेकिन कभी भी उसे रोकने की कोशिश नहीं की गई।
सूत्रों के अनुसार पिछले कुछ वर्षों में कई सीओ, सीआई व कर्मचारी आये, लेकिन कोई भी आफताब को नगर क्षेत्र से बाहर नहीं कर सका। फिलहाल आफताब हल्का कर्मचारी प्रदीप खलखो के सबसे अहम प्रतिनिधि बने हुए हैं, इसलिए हल्का का प्रभार लेने से पहले आफताब से मंजूरी लेनी होगी ।
![Ranchi News: आफताब के सिर पर किसका हाथ था? मैं शहरी क्षेत्र में कुर्सी पर किसके सहारे बैठूंगा? 2 शहर अंचल में किसकी शह पर कुर्सी जमाकर बैठता](https://joharupdates.com/wp-content/uploads/2024/03/%E0%A4%B6%E0%A4%B9%E0%A4%B0-%E0%A4%85%E0%A4%82%E0%A4%9A%E0%A4%B2-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%95%E0%A4%BF%E0%A4%B8%E0%A4%95%E0%A5%80-%E0%A4%B6%E0%A4%B9-%E0%A4%AA%E0%A4%B0-%E0%A4%95%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%B8%E0%A5%80-%E0%A4%9C%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%95%E0%A4%B0-%E0%A4%AC%E0%A5%88%E0%A4%A0%E0%A4%A4%E0%A4%BE-1024x576.webp)
ऐसे में सवाल उठता है कि आफताब नगर क्षेत्र में यह किसकी मदद से और किसके नियंत्रण में अपनी अलग व्यवस्था चला रहा है? नगर क्षेत्र में आफताब नाम के व्यक्ति का नाम काफी दिनों से चर्चा में है। इलाके में कोई कर्मचारी नहीं होने के बावजूद आफताब नियमित रूप से कुर्सी पर बैठते हैं। फिलहाल वह एक छोटे कर्मचारी प्रदीप खलखो का सारा काम देखते हैं। लेकिन इसका कोई जवाब नहीं है कि उन्हें ऐसा करने का अधिकार किसने और कैसे दिया।
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