Bokaro: बोकारो जिला के गोमिया प्रखंड के लुगू पहाड़ क्षेत्र में फिर से हाथियों का झुंड आया है। झुंड में इस समय 36 हाथी हैं, जिनमें छह से सात बच्चे हैं। ललपनिया पंचायत के खीराबेड़ा नामक नए बस्ती में मंगलवार की मध्य रात्रि के करीब एक बजे हाथियों के इस झुंड ने तांडव मचाना शुरू किया।
ग्राम में तीन आदिवासी लोगों के घरों में हाथियों ने धावा बोला और लगभग बारह क्विंटल चावल, धान, महुआ और मकई चट गए। बारियों में सब्जियों की फसलों को भी नुकसान हुआ। खीराबेड़ा में पहले भी फसलों को बर्बाद कर चुके है और फिर इस बार हाथियों ने उत्पात मचाया।
![Bokaro News: आदिवासी लोगों के घरों पर हाथियों ने बोला धावा साथ ही सब्जियों की फसलों को भी किया बर्बाद 2 Elephant](https://joharupdates.com/wp-content/uploads/2024/01/Elephant--1024x576.webp)
नई बस्ती में कांतिदेवी के घर की खिड़की की ग्रिल और लोहे के मुख्य दरवाजे को हाथियों ने तोड़ डाला। लेकिन हाथी यहां नहीं जा सकते। उसने फिर बसंती देवी का निर्माणाधीन घर तोड़ दिया, जिसमें लगभग दो क्विंटल धान और महुआ था।
ऐसे ही चांदमुनी देवी के घर को बहुत नुकसान हुआ। हाथियों ने घर के चारों ओर तोड़फोड़ की और तीन क्विंटल चावल, पांच क्विंटल महुआ, एक क्विंटल मकई और एक क्विंटल बाजरा खा गए। दो बोरियों में भरा हुआ आलू भी चट गया।
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साथ ही, हाथियों ने उनकी बारी में लगे आलू और फूल गोभी की फसल को रौंद दिया। खीराबेड़ा के ग्रामीण क्षेत्रों में बालदेव महतो, जलेश्वर महतो, खेलो महतो और संतोष महतो की बारियों में भी आलू की फसल को नुकसान हुआ।
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यह भी बताया जाता है कि सोमवार की रात कुंदा पंचायत के मुरपा में हाथियों के एक झुंड ने काफी विवाद पैदा किया था। फिलहाल, नई बस्ती के सामने ही एक टुंगरी में ये हाथियों का झुंड आराम कर रहा है, और दूसरे छोर पर ग्रामीण लोग इन्हें देखने के लिए खड़े हैं।
घटना की सूचना मिलते ही मुखिया नमोती देवी के पति और पूर्व मुखिया बबूली सोरेन ने नई बस्ती में पहुंचकर नुकसान का आकलन किया और वन विभाग से पीड़ितों को मुआवजा देने का वादा किया। उनका कहना था कि झुंड को जल्दी बाहर नहीं निकाला गया तो नुकसान व्यापक होगा।
वन विभाग इस दिशा में जल्द से जल्द कार्रवाई करे। ग्रामीण जानवर, माल की क्षति से भयभीत हैं और इस गर्मी में रतजगा करने को विवश होंगे। जानकारी के अनुसार, वन विभाग की हाथी भगाओ टीम और CURT भी हाथी झुंड पर निगरानी रखते हैं।
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