Dhanbad: बुधवार की शाम निरसा थाना के तेतुलिया कोक प्लांट में एक कर्मचारी मुख्तार अंसारी की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। वह गोविंदपुर में रहता था। गुरुवार की सुबह, सूचना मिलते ही बहुत से लोग ग्रामीण प्लांट पहुंचे और जमकर हंगामा किया। सुबह करीब नौ बजे, वे अपने शव को प्लांट के मुख्य गेट पर धरने पर बैठ गए और मुआवजा की मांग करने लगे। प्रबंधन के खिलाफ व्यापक प्रदर्शन किया।
पुलिस को लगभग पांच घंटे तक चले धरना-प्रदर्शन में हिंसक ग्रामीणों को नियंत्रित करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। दोपहर 2 बजे वार्ता में प्रबंधन ने मृतक के आश्रित को 11 लाख रुपए मुआवजा देने का वादा किया और बकाया राशि को जल्द ही भुगतान करने का भी वादा किया। धरना इसके बाद समाप्त हो गया। पुलिस ने शव को SNMMH, Dhanbad में पोस्टर्माटम के लिए भेजा।
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धरना पर बैठे अताउल अंसारी, गोविंदपुर प्रखंड झामुमो अध्यक्ष, ने कहा कि मुख्तार अंसारी की मौत दुर्घटना में हुई है। उसकी हत्या एक साजिश के तहत हुई है। प्रबंधन कहता है कि वह हाइवा की चपेट में आने से मर गया। झामुमो प्रखंड अध्यक्ष ने कहा कि मुख्तार अंसारी कोक फ्लांट में ठेकेदार था। कंपनी 48 से 50 लाख रुपये का बकाया है। बुधवार को उसे प्लांट में बुलाया गया था।
कंपनी के कर्मचारियों ने शाम को घर पर फोन कर दुर्घटना में उसके घायल होने की सूचना दी। इलाज के लिए उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां वह मर गया।धरना पर बैठने वालों में झामुमो जिलाध्यक्ष लक्खी सोरेन, कांग्रेस के डीएन प्रसाद यादव, मासस के बबलू महतो, अख्तर हुसैन, युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष सह जिप सदस्य गुलाम कुरैशी शामिल थे।