Ranchi News: रांची में दुष्कर्म करने वाले युवक को पिट-पिट कर किया मौत के हवाले
Ranchi: रांची के अनगड़ा थाना क्षेत्र के मेढ़ा गांव में दुष्कर्म के आरोपी को स्थानीय लोगों ने पिटाई कर दी, जिससे वह एक सप्ताह बाद मर गया। बताया गया कि आरोपी को एक सप्ताह पहले पंचायत में पीटा गया था। पिटाई के बाद उसे जहरीला भेलवा तेल लगाया गया। युवक की मौत के बाद 17 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने कहा कि सभी आरोपियों ने अपनी गलतियों को स्वीकार कर लिया है। उनका दावा था कि ऐसा करने का उद्देश्य दुष्कर्म के आरोपी को सबक सिखाना था।
क्या है पूरी बात
जानकारी के अनुसार, 15 जनवरी 2024 को जोन्हा फॉल में टुसू मेला हुआ। मेढ़ा गाँव की एक युवा महिला अपनी सहेलियों के साथ मेला देखने गई। मेला देखकर लौटते समय गांव के ही धनीराम मुंडा (पिता स्व. राधाराम मुंडा) ने युवती को पकड़ लिया और उसे जंगल की ओर ले गया।
उसके बाद धनीराम ने बलात्कार किया। युवती ने जंगल से अपने चचेरे भाई को फोन पर घटना की सूचना दी। रात में आधा दर्जन लोगों के साथ उसका भाई जंगल में पहुंचा और लड़की और दुष्कर्म के आरोपी दोनों को गांव ले आया। उस समय धनीराम मुंडा को ग्रामीणों ने पीटा और उसे एक घर में कैद कर लिया।
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पुलिस ने किया 17 लोगों को गिरफ्तार, सभी ने माना अपना जुर्म
ग्राम प्रधान सत्यनारायण मुंडा, युवती के पिता और चचेरे भाई सहित अनगड़ा पुलिस ने 17 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. इनमें अनिल मुंडा, सुरेंद्र मुंडा, शिवनाथ मुंडा, दिगंबर सिंह मुंडा, चरवाह मुंडा, मनीनाथ सिंह मुंडा, कलिंदर मुंडा, जलेश्वर मुंडा, नरेश्वर मुंडा, प्रदीप मुंडा, पीतांबर मुंडा, कालेश्वर बेदिया, मोहर सिंह मुंडा और रंगलाल सिंह मुंडा थे मामले की जांच की जा रही है, अनगड़ा थाना प्रभारी दिलेश्वर कुमार ने बताया। मृतक का शव पोस्टमार्टम के बाद उसके परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस ने बताया कि कैद ग्रामीणों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है।
16 जनवरी को गांव में हुई थी बैठक
16 जनवरी को ग्रामीणों की एक बैठक हुई, जिसका अध्यक्ष सत्यनारायण मुंडा था। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने बैठक में आरोपी को पीटा। इसके बाद भेलवा का जहरीला तेल उसके पूरे शरीर पर लगाया। इससे धनीराम गंभीर घायल हो गया। 24 जनवरी को धनीराम के घरवालों ने उसे जोन्हा के एक नीजी क्लिनिक में इलाज के लिए भर्ती किया। 25 जनवरी को इलाज के दौरान वह मर गई। मृतक के भाई बलराम मुंडा ने फिर घटना को रांची पुलिस को बताया।
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