Palamu (पलामू): मनरेगा कार्यक्रम का उद्देश्य मजदूरों को रोजगार देना है, लेकिन आजकल इसमें कर्मचारियों की जगह मशीनें काम कर रही हैं। हाल ही में मेदिनीनगर के सदर प्रखंड में कौड़ियां पंचायत का मामला सामने आया है। जहां मनरेगा योजना के तहत सड़क का निर्माण महेंद्र मेहता के घर से पुराने केबिन चियांकी तक चल रहा है। इस सड़क का निर्माण मजदूरों के स्थान पर जेसीबी मशीन से किया जा रहा है।
इस तरह मनरेगा कानून खुलेआम भंग हो रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि मुखिया, पंचायत सचिव, रोजगार सेवक और मेट की मिलीभगत से जेसीबी सड़क बना रहा है। जबकि उसी काम का मस्टर रोल निकालकर कर्मचारियों को काम देना होगा। इस योजना में मेट का नाम जैरून निशा है।
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दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे अधिकारी
सदर प्रखंड के बीडीओ अमिताभ भगत ने कहा कि वे इस मामले से परिचित नहीं हैं। उनका कहना है कि मामले की जांच करके दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। रवि आनंद, पलामू उप विकास आयुक्त, ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जाएगी। मनरेगा कानून के तहत जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उनका कहना था कि अगर मामला सही पाया जाता है, तो दोषियों को किसी भी कीमत पर सजा नहीं दी जाएगी।