Koderma News: हिट एंड रन कानून के खिलाफ हड़ताल का असर, वाहनों के न चलने से सड़कों पर सन्नाटा
Koderma : कोडरमा जिले में हिट एंड रन मामलों में चालकों के लिए नए कानून के खिलाफ तीन दिवसीय देशव्यापी हड़ताल का व्यापक असर देखा जा रहा है। हड़ताल से सड़कों पर सन्नाटा छा गया है क्योंकि बड़ी गाड़ियां, बस, ट्रक, टेम्पो, जीप, सवारी गाड़ी और ऑटो नहीं चल रहे हैं। एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने से यात्री परेशान दिखे।
नए कानून के खिलाफ बस, ट्रक और टेम्पो चालकों ने ऑल इंडिया रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फेडरेशन और सीटू से सम्बद्ध झारखंड राज्य परिवहन मजदूर यूनियन के बैनर तले झुमरीतिलैया में विरोध मार्च निकाल विरोध सभा की। इससे पूर्व सरकारी बस स्टैंड से विरोध मार्च निकाला गया,
जो ओवरब्रिज, झंडा चौक होते हुए स्मार्ट बाजार स्थित टेम्पो स्टैंड पहुंचकर एक सभा में बदल गया। सीटू नेता प्रेम प्रकाश, ऑटो चालक संघ के अध्यक्ष मो. रफीक और बस एसोसिएशन के प्रमोद कुमार यादव ने जुलूस का नेतृत्व किया। जुलूस में नारे लगाए जा रहे थे, जैसे, काला कानून वापस लो,
गृहमंत्री अमित शाह मुर्दाबाद, मोदी सरकार होश में आओ, तानाशाही मुर्दाबाद। सभा को संबोधित करते हुए सीटू के राज्य सचिव संजय पासवान ने कहा कि कोई भी बस या ट्रक चालक जानबूझकर दुर्घटना नहीं करता है। दुर्घटना अचानक होती है और चालक इसलिए भागते हैं क्योंकि खतरा रहता है कि भीड़ उन्हें मार डालेगी और दुर्घटना के बाद वे घायलों को हॉस्पिटल नहीं पहुंचा पाते हैं।
संजय पासवान ने कहा कि केंद्रीय सरकार ने ड्राइवरों को मौत की सजा दी है। दुर्घटना होने पर ड्राइवरों पर कार्रवाई का पहले से बना कानून आज भी लागू है। जो मोटर वाहन अधिनियम की धारा 161 में है, जो मोटर वाहन से दुर्घटना को परिभाषित करती है वहीं,
सीटू नेता प्रेम प्रकाश ने सरकार से इस काले कानून को तुरंत वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि कोहरे के कारण दुर्घटना होने पर भी ड्राइवर को 10 साल की सजा होगी, यह बिल्कुल गलत है। हालाँकि, सड़क दुर्घटना करने वाले चालकों को दस साल की सजा सुनाई गई है।
यही कारण है कि नए साल के पहले दिन से ही रोडवेज बसों, टेम्पो और ट्रकों के पहिए खड़े हो गए हैं, और ट्रक चालकों ने तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त की है।