Ranchi News: झिरी में फेके गए 2 साल तक कचरे को किया जायेगा साफ़
Ranchi: रांची नगर निगम शहर के घरों, दुकानों और प्रतिष्ठानों से निकलने वाले कचरे को झिरी में डाल देता है। 33 एकड़ में पिछले 25 वर्षों से कचरा फेंके जाने के कारण लगभग 18 लाख टन कचरा जम गया है। अब बायोरेमेडिएशन तकनीक इसका समाधान होगा। इसके लिए नगर निगम के प्रशासक अमित कुमार ने गुरु रामदास कंस्ट्रक्शन कंपनी के MD दीप सिंह फौजी से समझौता किया है। मौके पर कंपनी के पदाधिकारी, उप प्रशासक रजनीश कुमार भी उपस्थित थे।
गंदगी से छुटकारा मिलेगी लोगों को
बरसात के दिनों में कचरा भीग जाता है, तो पांच किमी के दायरे में रहने वाले लोगों को बदबू आती है। वहीं, कचरे के कारण लोगों को मच्छरों और मक्खियों का सामना करना पड़ता है। लोगों को इससे बचने के लिए दिन में भी मच्छरदानी लगानी चाहिए। कचरा हटाने से मच्छर और बदबू से आसपास रहने वाले लोगों को राहत मिलेगी।
तुपुदाना में STP 32.89 करोड़ रुपये से तैयार
तुपुदाना में सांसद संजय सेठ ने 32.89 करोड़ रुपये का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाया है। सांसद सेठ ने मंगलवार को STP का निरीक्षण किया। तुपुदाना एक औद्योगिक क्षेत्र है, उन्हें बताया गया। यहां की फैक्ट्री से निकलने वाले पानी ने आसपास के गांवों, नदियों और नालों को खराब कर दिया। इसके लिए एक सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाया गया है। अब एक ट्रीटमेंट प्लांट इंडस्ट्री से निकलने वाले पानी को पीने योग्य बनाएगा। वहीं, खेत भी प्रदूषित नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि इस प्लांट को जल्द ही खोला जाएगा।
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लगभग 93 करोड़ रुपये का होगा खर्च
झिरी से कचरे की भारी मात्रा को दूर करने के लिए नगर निगम 93 करोड़ रुपये खर्च करेगा। कंपनी इसके लिए 5 एकड़ में अस्थायी प्लांट लगाएगी। इस प्लांट का कचरा निस्तारित कर आरडीएफ बनाया जाएगा, जो वर्तमान कचरे का 10 प्रतिशत होगा। फिर इस RDF को सीमेंट जैसे उत्पाद बनाने वाली कंपनियों को बेच दिया जाएगा। वहीं कचरा खाद बनाया जाएगा।
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