Ranchi: रिम्स में मरीजों को अब खून की जांच करने में कोई परेशानी नहीं होगी। सेंट्रल लैब मंगलवार को ट्रामा सेंटर के पहले तल्ले में शुरू हुआ। यह फिर से क्रिटिकल केयर के एचओडी डॉ. पीके भट्टाचार्य की देखरेख में शुरू हुआ है। यहां बायोकेमेस्ट्री और पैथोलॉजी की जांच होगी।
डॉ पुष्पांजलि पैथोलॉजी और डॉ साकेत वर्मा बायोकेमेस्ट्री होंगे। यहां बताया गया है कि मरीजों को चार से छह घंटे के अंदर रिपोर्ट देनी चाहिए। लैब की शुरुआत में रिम्स के निदेशक डॉ राजीव गुप्ता ने कहा कि मरीजों को सभी प्रकार की जांच मिलेगी।
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हर वार्ड में जमा करने के लिए मेडिकल इंटर्न्स को वापस लाया गया है। सभी को वार्ड से पूरा सामान लेकर लैब में लाने का आदेश दिया गया है। इसके बाद रिपोर्ट को वार्डों को भेजा गया है।
लैब मेडिसिन, बायोकेमेस्ट्री और पैथोलॉजी में भी उपलब्ध रिएजेंट
डॉ. राजीव कुमार गुप्ता ने बताया कि मरीजों की खून जांच पर कोई अतिरिक्त दबाव नहीं पड़ेगा। सेंट्रल लैब के अलावा पैथोलॉजी, बायोकेमेस्ट्री और मेडिकल लैब में भी जांच जारी रहेगी। इन विभागों में रिएजेंट की कमी के कारण पिछले कुछ समय से अधिकांश जांच बंद थीं। फिलहाल, इन विभागों को भी रिएजेंट वैकल्पिक तरीके से उपलब्ध कराए गए हैं। निदेशक ने कहा कि मरीजों को अब बहुत अधिक कठिनाई नहीं होगी।
एचआईवी, सुगर, यूरिया, क्रिएटिनिन और अन्य कई जांच मुफ्त हैं
बीटीसीटी, ब्लड यूरिया, सुगर पीपी फास्टिंग, एबीओ आरएच, एचबी, सोडियम, पोटेशियम, कैल्शियम, एचआईवी, पीटीएनटीआर, एंटीएचसीवी, वीडीआरएल, ईएसआर, सिरम क्रिएटीनिन और इलेक्ट्रारॉयड्स सब इस केंद्र में मुफ्त में किया जाएगा।
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इन जांच के लिए लगेंगे पैसे
सीबीसी: 20
इबीसी : 10
एलएफटी: 45
आरएफटी: 40
एबीएसएजी: 90
एबी एवनसी: 100
थॉयराइड: 200
लिपिड प्रोफाइल: 200
ये मौजूद रहे
चिकित्सा अधीक्षक डॉ हीरेंद्र बिरूआ, चिकित्सा उपाधिक्षक डॉ शैलेश त्रिपाठी, मेडिसीन विभाग के एचओडी डॉ विद्यापति और क्रिटिकल केयर के इंचार्ज डॉ प्रदीप भट्टाचार्य भी उपस्थित थे।