Hazaribagh : लड़कियों के हिजाब पहनने का मुद्दा बार-बार चर्चा में आया है। वास्तव में, 1968 से शुरू हुए प्लस टू हाई स्कूल के इतिहास में मंगलवार को तीन छात्राएं हिजाब पहनकर प्रार्थना सभा में शामिल हुईं। प्रधानाचार्य रविन्द्र कुमार पांडेय इसे देखकर हैरान रह गए।
तीनों विद्यार्थियों को बुलाकर उनसे पूछा गया, तो तीनों ने बताया कि उनके अभिभावकों ने उन्हें इसकी अनुमति दी है। वहीं, प्रधानाचार्य ने तीनों के अभिभावकों और आसपास के लोगों को एक बैठक में बताया।
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साथ ही विद्यालय में सौहार्द बनाए रखने की अपील की। वहीं, पूर्व मुखिया संघ अध्यक्ष और मुखिया प्रतिनिधि ने कहा कि स्कूलों को राजनीतिक अखाड़ा नहीं बनाना चाहिए। शिक्षा बढ़ाने की कोशिश करें।
सरकारी निर्देशों के अनुसार हो पढ़ाई : मुखिया
बरकट्ठा दक्षिणी मुखिया अब्बास अंसारी ने कहा कि विद्यार्थियों को सरकारी निर्देशों का पालन करते हुए शिक्षा प्राप्त करने की कोशिश करनी चाहिए। ऐसी कोई कार्रवाई नहीं करें, जिससे शांति बिगड़े। वहीं सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि स्कूल में सभी विद्यार्थियों की समानता सुनिश्चित करने के लिए कोई भी विद्यार्थी हिजाब नहीं खोलेगा।

मुखिया आबास अंसारी, पूर्व मुखिया संघ अध्यक्ष बसंत साव, सांसद प्रतिनिधि केदार साव, पूर्व मुखिया मोइन अंसारी, पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि संजय गुप्ता, प्रबंधन समिति अध्यक्ष बंशी यादव, माले अंचल सचिव शेर मोहम्मद, विहिप प्रखंड अध्यक्ष संजय यादव और अन्य लोगों ने बैठक में भाग लिया।