फादर रजत एक्का को जान से मारने की मिली थी धमकी, पुलिस कई एंगल से कर रही जांच
Gumla: गुमला पुलिस ने पल्ली पुरोहित डीन फादर रजत एक्का की मौत की वजह की जांच शुरू कर दी है। इस घटना को लेकर गुमला पुलिस कप्तान हरविंदर सिंह गंभीर हैं। फादर रजत एक्का का शव बागान के कुआं से मिला। शुक्रवार की रात, फादर रजत एक्का का पार्थिव शरीर पोस्टमार्टम के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया गया। चैनपुर पहुंचते ही उनके शव को देखने के लिए लोग उमड़ पड़े। ख्रीतीय समाज उनके निधन से दुखी है।
सूचना के अनुसार, पिछले वर्ष फादर डीन रजत एक्का को जान से मारने की धमकी भी दी गई थी। फादर रजत एक्का के भाई ने भी डुमरी थाना में शिकायत की। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने पर उनकी मौत की वजह पता लगाया जा सकता है। हालाँकि, पुलिस इस घटना को कई दृष्टिकोणों से जांच कर रही है। फादर रजत एक्का का कमरा पुलिस ने घेर लिया है। पुलिस ने उनके दोनों मोबाइल फोन और उनकी कुछ निजी डायरी को अपने साथ ले लिया है।
फादर रजत एक्का ने ग्रामीणों से की थी बहस
घटना के बाद गुमला के क्रिश्चियन समाज के प्रशासक लिनुस पिंगल एक्का चैनपुर पहुंचे हैं। साथ ही, फादर पवन लकड़ा ने पुलिस को बताया कि फादर रजत एक्का को पिछले वर्ष जान से मारने की धमकी दी गई थी। फादर रजत एक्का ने हुटार गांव के लोगों से जुलाई 2022 में शिक्षक नियुक्ति पर बहस की। ग्रामीणों का कहना था कि फादर रजत एक्का ने हुटार अल्पसंख्यक स्कूल में अपनी भतीजी (सोसन) एक्का को गलत नियुक्ति दी है।
इसको लेकर बहुत विरोध हुआ, और ग्रामीणों ने उनकी भतीजी सोसन एक्का को उक्त स्कूल में दाखिला नहीं देने दिया। ग्रामीणों से समझौता करने के लिए भी बैठक हुई। फादर रजत एक्का हुंटार गांव में चैनपुर प्रखंड की जिप सदस्य मेरी लकड़ा और प्रमुख ओलमा कान्ता कुजूर के साथ पहुंचे थे। दोनों पक्षों के बीच झगड़ा इतना बढ़ गया कि ग्रामीणों ने फादर रजत एक्का को जान से मारने की धमकी दी। मामला बढ़ते देख फादर रजत एक्का को बीच से बचाकर निकाला गया। फादर रजत एक्का के भाई ने भी डुमरी थाना में शिकायत की। बाद में फादर रजत एक्का का मानसिक स्वास्थ्य खराब हो गया था।