धनबाद के सदर अस्पताल में दवाओं का स्टॉक ही नहीं, मरीज बाहर से खरीद रहे दवाइयाँ
Dhanbad: धनबाद के सदर अस्पताल में दवाओं का स्टॉक खत्म हो गया है। रोगियों को बाहर से महंगी दवाएं खरीदनी पड़ी है। गरीब मरीज इससे सबसे अधिक प्रभावित हैं। मेडिसिन काउंटर से मरीजों को खाली हाथ लौटाया जा रहा है। मेडिसिन काउंटर पर काम करने वाले कर्मचारी ने बताया कि पिछले दस दिनों से स्टोर में दवाओं की कमी है। इसमें एंटीबायोटिक गुण भी नहीं हैं।
दैनिक रूप से 200 से अधिक मरीज अस्पताल की ओपीडी में इलाज कराने आते हैं। इनमें से अधिकांश मेडिकल हैं। उन्हें डॉक्टरों से परामर्श मिलता है, लेकिन पर्ची पर लिखी दवाएं नहीं मिलने से उन्हें बाजार की दुकानों से महंगी दवाएं खरीदनी पड़ती है। गरीब वर्ग के मज़दूरों को इससे सबसे अधिक समस्या हो रही है।
अस्पताल में जरूरी दवाओं का स्टॉक खत्म होने से इनडोर मरीजों और ओपीडी में आने वाले मरीजों को भी नुकसान होगा। इलाज भी बाहरी दवाओं पर निर्भर है। स्लाइन को छोड़कर बाकी सभी दवाएं मरीज के परिजनों को बाहर से खरीदने के लिए पर्ची दी जाती है। ओपीडी में आए मरीज रमेश कुमार ने बताया कि उनके पास केवल नि:शुल्क डॉक्टरी परामर्श था, कोई दवा नहीं।
जानकारी के अनुसार, पैरासिटामोल 650 नामक बुखार की दवा में खांसी का सिरप, पेट दर्द, उल्टी और दस्त भी शामिल हैं। वहीं बच्चों की सर्दी और खांसी के लिए नि:शुल्क दवा केंद्र पर कोई दवा नहीं है। दूसरी ओर, ऑर्थो, आई, एनटी, गायनी जैसे विभागों में आनेवाले मरीजों को भी दवा नहीं मिल रही है।
दावाओं की सूची भी प्रकाशित नहीं की गई है
मेडिसिन सेंटर को सरकारी नियमों के अनुसार अस्पताल में उपलब्ध दवा की पूरी जानकारी होनी चाहिए। ताकि मरीजों को पता चले। सदर अस्पताल में अब तक यह प्रणाली लागू नहीं की गई है।
अस्पताल में सभी दवा उपलब्ध है: अधिकारी
डॉ. राजकुमार सिंह, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक, ने बताया कि अस्पताल में सभी आवश्यक दवाएं उपलब्ध हैं। यह गलत है क्योंकि मरीजों को बिना दवा के लौटा दिया जा रहा है। पूरे मामले का पता लगाया जाएगा।