Khunti News: बैंक से लोन लेने के बाद लोग पैसे देने से बचने के लिया भाग रहे दूसरे देश
Khunti: हाल ही में खूंटी जिले में कई निजी फाइनेंस कंपनियों के कर्मचारी गांव-गांव जाकर महिलाओं को व्यक्तिगत और समूह लोन दे रहे हैं। कंपनियों के कर्मचारी हर हफ्ते लोन वसूलते हैं। यह कहा जाता है कि गरीब लोगों को किस्त नहीं देने पर कंपनी के कर्मचारी दिन-रात कभी भी घर पहुंचते हैं और किस्त नहीं देने पर घर से उठा लेने की धमकी देते हैं।
कंपनी के तगादे से परेशान बहुत से लोग बम्हनी और करंजटोली गांव छोड़ चुके हैं। बम्हनी हरिजन टोली के लोगों ने बताया कि उनके टोली में करमी देवी, रेणु देवी,करीना देवी, पार्वती देवी, सोनी देवी, पूनम देवी और करंजटोली की सिसिलिया सोय सपरिवार तगादे से तंग आकर गांव छोड़कर ईंट-भट्ठे में काम करने चली गई हैं। बम्हनी की महिलाओं ने कहा कि अगर समूह से लोन लिया जाता है और कोई एक महिला उसे चुकता नहीं कर पाती है, तो समूह की अन्य महिलाओं को भी उसका भुगतान करना होगा।
लोगो से मांग के पेट भर्ती है मंगरी देवी
मंगरी देवी का बेटा और पतोहु तगादे से परेशान होकर विदेश गए हैं। वृद्धा मंगरी देवी घर में है, दो लाठियों के सहारे चलती है। वे अकेले घर में रहते हैं। मंगरी देवी ने कहा कि वे भीख मांकर जीते हैं। मंगरी देवी लाठियों के सहारे चलती हैं।
बम्हनी गांव की कुछ महिलाओं ने सिस्टम को अच्छा बताया। एक महिला ने बताया कि जब वे लोन लेने के लिए बैंक जाती हैं, तो बहुत से फॉर्म भरवाए जाते हैं, कागजात मांगे जाते हैं और कई दिनों तक बैंक में घूमना पड़ता है। लेकिन प्राइवेट फाइनेंस वाले लोन आसानी से देते हैं और हर सप्ताह आसान किस्तों में देते हैं।
अलग-अलग फाइनेंस कंपनियों के कर्मचारी इन दिनों खूंटी जिले में जाकर लोन दे रहे हैं। इस क्षेत्र में काम करने वाले कई निजी निवेशकों में भारत फाइनेंस, आर्शिवाद माईक्रो फाइनेंस और क्रेडिटऐक्सेस ग्रामीण लिमिटेड शामिल हैं। ये कंपनियां लोन देने के लिए बस आधार कार्ड, वोटर कार्ड और मोबाइल नंबर लेते हैं।
Also read: घर में घुस कर एक युवक ने एक युवती को मारी गोली ‘जाँच में जुटी पुलिस’
गांव के मुखिया ने बुलाई मीटिंग
फाइनेंस कंपनियों और कर्जदारों के बीच उत्पन्न परिस्थितियों को हल करने के लिए मुखिया मरियम होरो ने मंगलवार की सुबह नौ बजे बम्हनी गांव में एक बैठक बुलाई है. बैठक में लोन लेने वाली महिलाओं के अलावा फाइनेंस कंपनियों के कर्मचारियों और पदाधिकारियों को भी शामिल किया गया है। एलडीएम सनत दुबे भी इस बैठक में उपस्थित रहेंगे।
मैं समूह को लोन देता हूँ। जिसकी वसूली हर सप्ताह की जाती है। 18 महीने में वे लगभग 23 प्रतिशत की कमाई करते हैं। रिजर्व बैंक ने कहा है कि कर्ज की वसूली के लिए भयादोहन कदापि नहीं करना चाहिए। ग्रामीणों से अनुरोध किया गया है कि वे बैंक से जुड़ें, क्योंकि उन्हें सरकार की कई योजनाओं के तहत लोन मिलेगा।
Also read: गुस्साये कांग्रेस के नेताओं ने फूंका PM का पुतला ‘जाने पूरी खबर’