बच्चों का जल सत्याग्रह – स्कूल तक के रास्ते के निर्माण की मांग
Bokaro: कसमार प्रखंड के दूरदराज में स्थित रघुनाथपुर में उत्क्रमित उच्च विद्यालय तक पहुंचने के लिए मार्ग की आवश्यकता लगातार बनी रहती है। विद्यालय प्रबंधन ने कई साल से प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर स्थानीय सांसदों, विधायकों और पंचायत प्रतिनिधियों से मांग की है। अब यूको क्लब के बच्चों और स्कूल के बाल संसद ने रास्ता बनाने के लिए जल सत्याग्रह शुरू कर दिया है। बाल संसद के बच्चों ने कहा कि अब हम बच्चे ही रास्ता बनाएंगे। इसके लिए, वे हर दिन कुछ समय के लिए जल सत्याग्रह करेंगे और स्थानीय प्रशासन से लेकर सभी को विभाग की अनदेखी की जानकारी देंगे।
बाल संसद के बच्चों ने बैंक अकाउंट भी जारी किया है, जिसके माध्यम से वे सभी से सहयोग और चंदा करने की अपील की है। इसमें बच्चे सांसदों, विधायकों, डीसी, डीडीसी, एसडीओ, बीडीओ, सीओ, जिला परिषद सदस्यों, प्रमुखों, बीस सूत्री अध्यक्षों, मुखियाओं, पंससों, वार्ड सदस्यों और अन्य विशिष्ट लोगों से सहयोग की अपील करेंगे।
बच्चों का कहना है कि बाल संसद ने निर्णय लिया है कि अब हर हाल में विद्यालय तक पहुंचने का रास्ता बनाया जाएगा क्योंकि तालाब और खेतों के मध्य कीचड़ वाले रास्ते से हर दिन विद्यार्थियों का गिरकर पैर-हाथ टूट जाता है। कपड़े कीचड़ में गिरने से खराब हो जाते हैं। हम गरीब विद्यार्थियों को कपड़े खरीदना और पहनना मुश्किल है। सड़क बनाने के लिए विभाग या सरकार को कितनी बार आवेदन दिए गए, लेकिन केवल आश्वासन ही मिला। रास्ता बनाने का काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है। विद्यार्थी खेतों में हर दिन गिरते हैं और दुर्घटनाग्रस्त होते हैं। विद्यार्थियों की पीड़ा को कोई सुनने वाला नहीं है।