गोइलकेरा में नक्सलियों ने रेलवे ट्रैक पर बम विस्फोट किया,
नक्सलियों के भारत बंद का असर झारखंड में दिखने लगा है। गोइलकेरा में बंद होने से पहले ही नक्सलियों ने रेलवे ट्रैक उड़ा दिए हैं। रेलवे ट्रैक पर विस्फोट हुआ, जिससे चक्रधरपुर रेल मंडल में दहशत फैल गई। सुरक्षित कारणों से ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह से बंद है।
गोइलकेरा (पश्चिमी सिंहभूम), संजय पांडे: नक्सलियों ने हावड़ा-मुंबई मुख्य रेल मार्ग के गोइलकेरा पोसैता सेक्शन में रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया। गुरुवार देर रात की घटना है। 22 दिसंबर को नक्सलियों का भारत बंद शुरू हुआ, लेकिन इससे पहले ही नक्सलियों ने गोइलकेरा पोसैता सेक्शन में कारो ब्रिज के समीप पोल संख्या 356/29A के सामने तीसरी रेल खंड की पटरी को उड़ा दिया।
पटरी के उड़ने से तीसरी लाइन के OHE और रेल के स्लीपर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए। वहीं, रेलवे ट्रैक करीब एक मीटर तक झुका हुआ था। रेलवे ट्रैक विस्फोट की सूचना मिलते ही चक्रधरपुर डिवीजन में ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया है। इस रास्ते से गुजरने वाली हर ट्रेन जहां-तहां खड़ी हो गई।
अधिकारी की प्रतिक्रिया क्या है?
पश्चिमी सिंहभूम के एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि घटना गुरुवार देर रात रांची से लगभग 150 किलोमीटर दूर पोसोइता और महादेवसाल रेलवे स्टेशनों पर हुई। उनका दावा था कि क्षेत्र में सुरक्षा प्रणाली बढ़ा दी गई है। रेलवे पटरियों की मरम्मत सुबह से शुरू हो गई है।
अधिकारी ने बताया कि इलाके में माओवादियों ने बैनर और पोस्टर भी लगाए हैं। दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर मंडल के सहायक वाणिज्यिक प्रबंधक विनीत कुमार ने बताया कि
शुक्रवार सुबह आठ बजकर 15 मिनट पर ट्रेन का परिचालन फिर से शुरू किया गया। इस विस्फोट में लगभग दो से तीन मीटर की पटरियां क्षतिग्रस्त हो गईं, उन्होंने बताया। घटना के बाद चक्रधरपुर मंडल में ट्रेन सेवाएं बंद कर दी गईं। रेलवे अधिकारी जल्द ही घटना से रोकी गई और रद्द की गई ट्रेनों की सूची देंगे।
झारखंड पुलिस की चेतावनी
झारखंड पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के एसपी को 22 दिसंबर को भाकपा माओवादियों द्वारा घोषित किए गए “भारत बंद” से अवगत कराया है। खुफिया विभाग ने पुलिस अधिकारियों को पहले ही बताया था कि बंद के दौरान नक्सली अपने प्रभाव वाले क्षेत्र में हमला कर सकते हैं।
इसलिए पुलिस को अभियान के दौरान अतिरिक्त सावधानी बरतने का निर्देश दिया गया था और किसी भी तरह का लूज मूवमेंट नहीं करने का निर्देश दिया गया था। नक्सली बंद के दौरान अक्सर रेलवे ट्रैक या सरकारी संपत्ति पर हमला करते हैं। ऐसी आशंका है कि पुलिस पिकेट, कैंप, पेट्रोलिंग पार्टी के अलावा स्कॉट वाहन भी निशाना बना सकती है।
झारखंड पुलिस इसलिए अलर्ट है। सरकारी निर्माण कार्य चल रहे क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं। लेकिन गोइलकेरा में नक्सलियों ने बंद शुरू होने से पहले ही हत्या कर दी।
15 दिसंबर से बंद की सफलता का दावा कर रहे थे नक्सली
बंद को सफल बनाने के लिए 16 दिसंबर से नक्सली विरोध सप्ताह मना रहे थे। 22 दिसंबर को बंद की घोषणा की। इस दौरान नक्सलियों ने कोल्हान सहित अपने प्रभाव वाले क्षेत्रों में पोस्टरबाजी भी की है, जैसे गिरिडीह के पीरटांड़, हरलाडीह और चिरकी, पश्चिमी सिंहभूम के बंदगांव और सोनुआ, बोकारो के ऊपरघाट।