लोग झोलाछाप चक्कर में हर दिन मर रहे हैं
शव बुधवार की सुबह पुलिस ने सदर अस्पताल चतरा में पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। फिलहाल, झोलछाप क्लिनिक छोड़कर फरार है। क्लिनिक बुधवार को खुला था, लेकिन कोई कर्मचारी नहीं था।
करमा चौक के झोलाछाप मनोज कुमार के गलत इलाज से मंगलवार की देर शाम करकरा गांव के 65 वर्षीय चोलो यादव की मौत हो गई। वृद्ध व्यक्ति की मौत के बाद, उनके रिश्तेदारों और ग्रामीणों को गुस्सा आता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, चोलो यादव को पेशाब में समस्या हुई थी,
जिसका प्राथमिक उपचार 11 दिसंबर को इस झोलाछाप के पास किया गया, जहां वृद्ध को स्लाइन चढ़ाया गया। तीन दिन तक निवास किया। साथ ही विविध इंजेक्शन और दवा दी। वे दवा और इंजेक्शन ले रहे थे। वृद्ध की स्थिति इस बीच बिगड़ गई। मंगलवार को परिजन वृद्ध को बेहतर चिकित्सा के लिए हजारीबाग ले जा रहे थे। बीच में ही वे गिर पड़े।
मरने वाली पत्नी ने पुलिस से कार्रवाई की मांग की।
वृद्ध की मौत के बाद मृतक की पुत्री कैली देवी ने थाना में आवेदन देकर झोलाछाप की कार्रवाई की मांग की है। शव बुधवार की सुबह पुलिस ने सदर अस्पताल चतरा में पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। फिलहाल, झोलछाप क्लिनिक छोड़कर फरार है। क्लिनिक बुधवार को खुला था,
लेकिन कोई कर्मचारी नहीं था। पड़ोसियों ने बताया कि वह क्लिनिक छोड़कर भाग गया है। वहीं, झोलाछाप ने बताया कि वृद्ध की मौत मेरे इलाज से नहीं हुई है। उन्हें एक सप्ताह पहले मेरे पास इलाज कराया गया था, लेकिन अब वे दूसरी जगह से इलाज कर रहे हैं।
उधर, घटना के बाद बुधवार को करमा चौक में काम कर रहे दस से अधिक अवैध क्लिनिक बंद रहे। इन क्लिनिकों के दरवाजे बंद रहे। वृद्ध व्यक्ति की मौत के बाद अवैध रूप से क्लिनिक चलाने वाले संचालकों में भय है।