Koderma News: एक व्यक्ति की नेताजी एक्सप्रेस में दर्दनाक मौत हुई, RPF के द्वारा कोडरमा में शव उतारा गया
Koderma: गुरुवार को अप से आ रही नेताजी एक्सप्रेस, जिसे कालका मेल भी कहते हैं, के कोच नंबर एस-3 में एक यात्री की मौत हो गई। यात्रियों और मौजूद टीटीई की सूचना के बावजूद, जीआरपी ने वर्धमान से गोमो तक शव को नहीं उतारा। अंततः, गोमो आरपीएफ इंस्पेक्टर संतोष झा ने यात्री का शव कोडरमा स्टेशन पर उतारा। यात्रियों ने जीआरपी की इस संवेदनहीनता पर चर्चा की। जानकारी के अनुसार, शिकारी नामक एक युवा यात्री नेता एक्सप्रेस (कालका मेल) में अचानक मर गया। उसके साथी सईद ने किसी को इसकी सूचना नहीं दी। वर्धमान स्टेशन घटनास्थल था। लेकिन शिकारी के शव को उसी कोच में चादर से ढंककर उसके उपर लेट गया, ताकि किसी को शक न हो।
Netaji Express ( कालका मेल )
लेकिन टीटीई ने वर्धमान से गोमो तक इसकी जानकारी दी। कोच के यात्रियों ने सुबह होने के बाद भी हंगामा किया और लगभग सभी स्टेशनों पर इसकी सूचना दी। लेकिन गुरुवार को सुबह 11:20 बजे कालका मेल गोमो पहुंची, तो यात्रियों ने शव को उतारने की मांग करना शुरू कर दिया। लेकिन गोमो जीआरपी ने यात्री की हत्या नहीं की। जब तक गोमो आरपीएफ की टीम और रेलवे के डॉक्टर असीम कुमार नहीं पहुंचे, शव नहीं उतारा गया। इस दौरान आरपीएफ और जीआरपी ने भी बहस की। कालका मेल लगभग आधे घंटे तक गोमो में रहा।
रेलवे सुरक्षा बल
गाड़ी गोमो से खुल गई जब लोग हंगामा करते रहे। गोमो आरपीएफ इंस्पेक्टर संतोष झा ने फिर कोडरमा आरपीएफ को जानकारी दी। आरपीएफ ने फिर कोडरमा में यात्री का शव उतारा। मृतक के साथी सईद ने आरपीएफ को दिए बयान में बताया कि दोनों कोलकाता के चीतपुर में काम करते थे। शिकारी की बीमारी के कारण वह वाराणसी हाथी बाजार छोड़ने जा रहा था। लेकिन वर्धमान में वह मर गया। भयभीत होकर शव को छिपाकर ले जा रहा था। आरपीएफ ने मृतक के घरवालों से भी फोन पर बातचीत की थी। मृत शरीर को वाराणसी ले जाने की अपील भी कर रहे थे। लेकिन कोडरमा पुलिस फोर्स ने शव को उतारकर कोडरमा ग्रामीण पुलिस को सौंप दिया ताकि कोई संदेह नहीं हो। दोनों यात्री स्लीपर कोच में मुगलसराय जा रहे थे और आम टिकट ले रहे थे।
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