Gumla News: जंगल में सूखी लकड़ी इकट्ठा कर रहे ग्रामीणों ने हाथियों से बचाई अपनी जान
Gumla: हाथी के हमले से आधा दर्जन ग्रामीण बच गए हैं। हाथी बहुत से लोगों को मार सकता था अगर वह जंगल के रास्ते से नहीं भागता था चैनपुर जिले के खंभन तिगावल गांव के जंगल में दोपहर में अचानक एक हाथी दिखाई दिया।
उस समय जंगल कुछ लोग में सूखी लकड़ी जलावन के लिए जमा कर रहा था। हाथी करीब आने लगा। यह देखकर ग्रामीण जंगली रास्ते से भागकर अपनी जान बचाई। ज्योति लकड़ा ने बताया कि ग्रामीणों ने कहा कि इस इलाके में कई दिनों से एक हाथी जमा हुआ है।
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वन विभाग को इसकी जानकारी दी गई है। वन विभाग हाथी को भगाने की कोशिश नहीं कर रहे है। ग्रामीणों ने कहा कि सोमवार को अचानक हाथी को देखकर भागने से कई लोग मर सकते थे। जंगल में अपनी जलावन की लकड़ी फेंक कर सभी ग्रामीण भाग गए।
साथ ही, बहुत से ग्रामीणों ने जंगल में अपने मोबाइल फोन, खाने-पीने के सामान और कुछ जरूरत की वस्तुएं तक छोड़ दीं। ग्रामीण अब हाथी के डर से जंगल में अपना सामान भी लाने नहीं जाते हैं।
कोनकेल में हाथी हिंसा
ग्रेगोरी मिंज के घर को सोमवार की सुबह करीब 3.30 बजे चैनपुर प्रखंड के कोनकेल में तीन हाथियों ने ध्वस्त कर दिया। साथ ही घर के सामान को तोड़ फोड़ दिया। ग्रेगोरी मिंज ने कहा कि सोमवार की सुबह घर की दीवार अचानक गिरने की आवाज आई।
हम गांव के लोगों के चिल्लाने की आवाज सुनकर समझ गए कि हाथी ने हमारे घर की दीवार गिरा दी है। जब हम सब घर से बाहर निकलते हैं, तो देखते हैं कि एक हाथी घर की दीवार को तोड़ रहा है और घर में रखे धान को निकाल कर खा रहा है।
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