Koderma News

Koderma News:राजधानी सहित कई ट्रेनों में देरी से

Koderma News: पूरा जिला कोहरे की चादर से ढक गया है। शुक्रवार की रात 8 बजे झुमरी तिलैया शहर में घने कोहरे से बाजार सन्नाटा पसर गया। लेकिन शनिवार..।

koderma station
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झुमरी तिलैया की निज प्रतिनिधित्व

पूरा जिला कोहरे की चादर से ढक गया है। शुक्रवार की रात 8 बजे झुमरी तिलैया शहर में घने कोहरे से बाजार सन्नाटा पसर गया। शनिवार को धूप से लोगों को राहत मिली। शनिवार की सुबह भी घने कोहरे थे। वाहनों के लाइट जलाकर लोगों को रेंगते हुए देखा गया। सुबह 7 बजे के बाद थोड़ा प्रकाश था, लेकिन सुबह 9 बजे के बाद ही प्रकाश था। इस दौरान मैंने कई जगहों पर लोगों को अलाव तापते देखा। धुप खिलने के बाद बाजार फिर से चहल-पहल करने लगा।

कोहरे के साथ ठंड में भी वृद्धि हुई है। शनिवार को शहर में न्यूनतम 9 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 22 डिग्री सेल्सियस का तापमान रहा। रेल परिचालन कोहरे से बहुत प्रभावित हुआ है। राजधानी तक कई ट्रेनें घंटों देरी से चलती हैं। झुमरी तिलैया नगर परिषद ने ठंड को देखते हुए कई स्थानों पर अलाव लगाए।

नगर प्रशासक हर्षवर्धन ने बताया कि ठंड से बचने के लिए झुमरी तिलैया शहर के प्रमुख चौक-चौराहे में अलाव लगाए गए हैं, जिसमें महाराणा प्रताप चौक, कोडरमा स्टेशन रोड के दोनों ओर और झंडा चौक भी शामिल हैं। वहीं, गरीबों को कंबल दी जा रही है।


यहाँ किसान कोहरे से फसल उत्पादन प्रभावित होने की आशंका है। खासकर आलु, टमाटर, प्याज, लहसुन और मटर सबसे अधिक प्रभावित होते हैं किसान इसे बचाने के लिए उरिया खाद और दवा का छिड़काव कर रहे हैं।

लेकिन अत्यधिक कोहरा से अन्य फसलों को बचाना मुश्किल हो गया है, जैसे आलू। कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक डॉ. भूपेंद्र सिंह ने बताया कि अंगेती और पिछेती फसलों को इस समय अधिक नुकसान होता है।

आसमान में कोहरे की मात्रा अधिक होने से सब्जी फसलों को नुकसान होता है। इस मामले में किसानों को फसलों को नुकसान से बचाने के लिए 2 ग्राम रोडोमिल दवा को एक लिटर पानी में मिलाकर फसलों में छिड़क देना चाहिए. इससे सब्जी फसलों में लगने वाले रोगों को नियंत्रित किया जा सकता है।

पशुओं को ताजा चापानल का पानी पिलाएं: डाक्टर अरविंद

पशु चिकित्सक डॉ. अरविंद कुमार ने कहा कि पशुओं को जमा पानी नहीं पिलाने से कोहरे से बढ़ी कनकनी से बचाव मिलेगा। बल्कि ताजा चापानल का पानी पीलें। पशुओं को शीत में नहीं रखा जाना चाहिए।

पशुपालकों को इससे बचना चाहिए। केंद्र ने पशुओं को खुरहा बीमारी से बचाने के लिए टीका दी है। जनवरी से पशुओं को टीकाकरण दिया जाएगा। वे पशुपालकों से इसमें सहयोग की अपील करते हैं।

बच्चों को ठंड से बचाने के लिए: डॉक्टर विकसित चंद्रा

शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. विकास चंद्रा ने ठंड में बच्चों को कैसे बचाएं। उनका कहना था कि हमारे यहां बच्चों को खुले बदन में मालिश करना रिवाज है। इससे ठंड से बचें। यदि आप मालिश करना चाहते हैं तो धूप में करें।

बच्चों को धूप दी जानी चाहिए। बच्चों को घर में पूरे बदन कपड़े में रखें। उन्हें गरम और पौष्टिक भोजन दें। बाहर निकलते समय पूरा बदन कपडे से ढक लें। खांसी वाले लोगों से बच्चों को दूर रखें। और अधिक समस्याओं पर पास के डॉक्टर से संपर्क करें।

Suraj Kumar

"मैं सूरज कुमार, एक अनुभवी कंटेंट राइटर, पिछले कुछ महीनो से "JoharUpdates" में न्यूज़ राइटर के रूप में कार्यरत हूँ। मैंने विनोभा भावे यूनिवर्सिटी से B.com किया हुवा है, और मुझे कंटेंट लिखना अच्छा लगता है इसलिए मैं इस वेबसाइट की मदद से अपने लिखे न्यूज़ को आप तक पंहुचाता हूँ। Email- suraj24kumar28@gmail.com

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