Koderma News:कोडरमा के पिकनिक स्थानों में पर्यटकों का जमावड़ा, नव वर्ष का स्वागत
Koderma News: तिलैया डैम प्राकृतिक सौंदर्य का बेमिसाल नमूना है। तिलैया डैम कोडरमा जिला मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व और दामोदर नदी के उत्तरी छोर पर है।
कोडरमा में लोग नव वर्ष 2024 का स्वागत करते हैं और पुराने वर्ष 2023 को विदा करते हैं। इस बीच, कई दिन पहले से ही कोडरमा के पर्यटन स्थल पर्यटकों से भरे हुए हैं। पिकनिक मनाने के लिए बहुत से लोग इन स्थानों पर आ रहे हैं।
पहली जनवरी को कुछ पर्यटन स्थलों पर नव वर्ष का स्वागत होने की संभावना है। पुलिस प्रशासन ने इसलिए सुरक्षा की व्यापक तैयारी की है। तिलैया डैम और जवाहर घाट के किनारे लोगों के आकर्षण का केंद्र हैं। नव वर्ष के आगमन से दस दिन पहले से यहां हजारों लोग पिकनिक मनाने आ रहे हैं।
इसके अलावा लोग झुमरीतिलैया से कुछ किलोमीटर दूर स्थित वंदाहा वाटर फॉल, सतगावां का पेट्रो जल प्रपात, मरकच्चो का पंचखेरो डैम आदि स्थानों पर जाते हैं। नव वर्ष के पहले दिन लोग जिले के कुछ अन्य स्थानों पर भी पिकनिक मनाते हैं, जैसे कोडरमा के डंगरा पहाड़, फुलवरिया जंगल, डोमचांच के मारामाको पहाड़ और तिलैया के झरनाकुंड। लोग अभी से नव वर्ष का स्वागत करने के लिए तैयार हैं।
तिलैया DAM : डबल डेकर बोट आकर्षण: प्राकृतिक सौंदर्य का अनूठा नमूना
तिलैया डैम प्राकृतिक सौंदर्य का बेमिसाल नमूना है। तिलैया डैम कोडरमा जिला मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व और दामोदर नदी के उत्तरी छोर पर है। 1948 में, विभाजित बिहार और बंगाल सरकार ने मिलकर इसे बनाया। इसका उद्देश्य बिजली उत्पादन केंद्रों का उद्घाटन करना,
बंगाल को बाढ़ से बचाना और सिंचाई की सुविधाएं देना था। चेचरो पार्क डैम के बीच में है। टापू नुमा चेचरो पार्क एक समय बहुत सुंदर था और लोगों को आकर्षित करता था, लेकिन हाल के वर्षों में हालात बदल गए हैं। दूसरी ओर तिलैया डैम की सुविधाओं में निश्चित रूप से सुधार हुआ है।
यहां पर्यटकों को मोटर बोट, डबल डेकर बोट और बहुत कुछ मिलेगा। डैम के किनारे झील रेस्तरां भी लोगों का आकर्षण है। साथ ही, झील रेस्टोरेंट ने एडवेंचर स्पोर्ट्स की शुरुआत की है। सुरक्षित होने के कारण यहां डैम ओपी भी चलाया जाता है। नव वर्ष के पहले दिन यहां दंडाधिकारी और महिला पुलिस बल की नियुक्ति होगी। तिलैया डैम के ऊपरी हिस्से में जाम नहीं लगने के लिए नीचे पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
पवित्र सलीला महावत पहाड़ की सबसे ऊंची चोटी से गिरती है
पेट्रो जल प्रपात जिले के सुदूरवर्ती सतगावां प्रखंड मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर घनघोर जंगल में है। पवित्र सलीला, जिले के सबसे ऊंची महावत पहाड़ के तकरीबन 500 फीट ऊंची चोटी से गिरती है, अद्भुत शैल श्रृंखलाओं के बीच से। पहाड़ की चोटी से तलहटी तक कई कुंड बनाए गए हैं।
इनमें से छह बहुत बड़े कुंड अथाह निर्मल मीठा जल रखते हैं। प्रतिवर्ष, दूर-दराज से लोग यहां पिकनिक मनाने आते हैं और प्रकृति के अनूठे रूप का आनंद लेते हैं। यहां विंध्यवासिनी की पूजा की जाती है। इस जगह आप जंगली जानवरों को भी देख सकते हैं। वर्षों से, एक बेहतर पिकनिक स्पॉट के रूप में इसे संवारने की जरूरत महसूस की जा रही है।
यहां हाल ही में वन विभाग और जिला प्रशासन ने बहुत कुछ बदलने की कोशिश की है। आजकल यहां बहुत से लोग पिकनिक मनाने आते हैं। हालाँकि, सुदूरवर्ती स्थान की वजह से सुरक्षा के लिए शाम होने से पहले ही यहां से लौटना बेहतर है।
वृंदाहा जलाशय: रोमांचक यात्रा करके मनोरम दृश्यों का आनंद लें
वृंदाहा जलाशय झुमरीतिलैया शहर से लगभग 15 किलोमीटर दूर जंगल में जरगा पंचायत में है। यह प्राकृतिक शुद्ध जलधारा पहाड़ियों और झाड़ियों के सुंदर दृश्य से किसी को भी आकर्षित करती है। यहां तक पहुंचने के लिए आपको अपने निजी वाहन का प्रयोग करना पड़ता है,
लेकिन इसके बावजूद इस स्थान पर हजारों लोग पिकनिक मनाने आते हैं और प्रकृति का आनंद लेते हैं। यहां लोगों का आकर्षण मुख्य रूप से चट्टान से टकराकर कई फीट नीचे गिरने वाला पानी है।
झरने से गिरने वाले पानी के सुंदर दृश्य को लोग कभी नहीं भूलते। लोगों का कहना है कि यह झरना बहुत पुराना है। यहां पहले सड़क नहीं थी, लेकिन अब सड़क बन गई है। रोमांचकारी पहाड़ों के बीच से गुजरते हुए इस सुंदर दृश्य को देखने के बाद हर कोई खुश होता है।
पंचखेरो: दृश्य सुंदरता के बीच मोटर बोट का आनंद लें
पंचखेरो जलाशय, प्रखंड मुख्यालय से सिर्फ एक किमी दूरी पर स्थित है, मरकच्चो प्रखंड का सबसे बड़ा जलाशय है। यह चारों ओर जंगलों और पठारों से घिरा हुआ है, जिससे इसकी प्राकृतिक सुंदरता और भी बढ़ जाती है। अब जलाशय में विदेशी पक्षी आने लगे हैं, जो इसकी सुंदरता को और भी बढ़ा रहे हैं.
मत्स्य विभाग ने विस्थापित परिवारों के लिए मत्स्य पालन की व्यवस्था की है, और मत्स्य विभाग ने समितियों को तीन मोटर बोट भी दिए हैं। यहां घूमने वाले लोग इस मोटर बोट से डैम जाते हैं। नव वर्ष पर भी भारी भीड़ मिलेगी क्योंकि इस जलाशय को पर्यटन क्षेत्र में विकसित करने से वर्ष भर लोग शांति और सुकून की चाह में यहां आते रहेंगे।